यमुना पर बोट टूरिज्म: दिल्ली को मिलेगा नया सफर
दिल्ली में यमुना नदी के किनारे बोट टूरिज्म से बदलेंगे दृश्य, 5 सरकारी विभागों को मिली जिम्मेदारी।
दिल्ली में यमुना नदी का जिस तरह से बोट टूरिज्म शुरू होने वाला है, उससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि शहर की खूबसूरती को भी एक नया मोड़ मिलेगा। इसकी योजना में पांच प्रमुख सरकारी विभागों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। इस टूरिज्म इनीशिएटिव से न केवल स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा, बल्कि पर्यटकों के लिए यह एक अनूठा अनुभव होगा।
यमुना नदी, जो दिल्ली की जीवनरेखा मानी जाती है, उसकी खूबसूरती को निहारने का मौका अब बोट के जरिये मिलेगा। इस प्रोजेक्ट की शुरूआत 2023 के अंत तक होने की उम्मीद है। इसमें बोट टूरिज्म के लिए कई प्रकार की गतिविधियाँ शामिल होंगी, जैसे कि बोटिंग, फिशिंग, और शायद एडवेंचर स्पोर्ट्स भी।
इसमें शामिल विभागों में दिल्ली सरकार, पर्यटन मंत्रालय, जल शक्ति मंत्रालय, दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) और नगर निगम शामिल हैं। इन सभी विभागों को उनके विशेष क्षेत्रों में जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं, ताकि यह प्रोजेक्ट सही तरह से आगे बढ़ सके।
बोट टूरिज्म केवल एक पर्यटन गतिविधि नहीं होगी, बल्कि यह दिल्ली की यमुना नदी को जीवन देने का एक माध्यम होगा। इसकी मदद से पर्यटक यमुना के जल, उसमें पाई जाने वाली जैव विविधता और दिल्ली के ऐतिहासिक स्थलों को भी देख सकेंगे।
इस योजना के अनुसार, बोट की सवारी के लिए कई प्रमुख घाटों को विकसित किया जाएगा। पर्यटकों को शानदार अनुभव देने के लिए बोट में सुविधाएं जैसे लाइव म्यूजिक, खाने-पीने की व्यवस्था आदि भी की जा सकती हैं।
यमुना में बोट टूरिज्म की शुरूआत से यह उम्मीद की जा रही है कि इसके जरिए पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा, जिससे दिल्ली के पर्यटन क्षेत्र को नई पहचान मिलेगी। यह योजना सरकारी विभागों और स्थानीय समुदायों के बीच सहयोग की एक मिसाल पेश करेगी।
योग्यता बढ़ाने के साथ-साथ, बोट टूरिज्म स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करेगा, जो दिल्ली की विकास की दिशा में एक सकारात्मक कदम होगा। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस प्रोजेक्ट को समय पर पूरा कर पाता है या नहीं।