ट्रंप का दबाव: नेतन्याहू पर सीजफायर के लिए भी बढ़ा राजनीतिक प्रेशर!
ट्रंप ने सीजफायर के लिए नेतन्याहू पर दबाव बनाया, जानिए इस पर क्या कहती है अंतरराष्ट्रीय राजनीति।
इजराइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष ने एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है। इस बार अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस मामले में अपनी आवाज उठाई है। सूत्रों के अनुसार, ट्रंप ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर सीजफायर के लिए दबाव बनाया है। इस बार का बयान एक ऐसी स्थिति में आया है जब काफी देशों ने इजराइल और हमास के बीच संघर्ष को रोकने के लिए काम करने की मांग की है।
ट्रंप का यह दबाव अकेले हमास पर नहीं, बल्कि इजराइल की राजनीति में भी गहराई से असर डाल सकता है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में कहा कि यह समय है जब नेतन्याहू को शांति के लिए कदम उठाने चाहिए। ट्रंप ने स्पष्ट किया कि किसी भी समझौते में पक्षों को सही दिशा में आगे बढ़ने की जरूरत है।
इसके अलावा, ट्रंप ने अमेरिका के सहयोगियों से भी अपील की है कि वे इस संघर्ष को खत्म करने के लिए इजराइल को प्रोत्साहित करें। उनका कहना है कि अगर यह संघर्ष जारी रहा, तो यह केवल क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
इस स्थिति में ट्रंप का बयान काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे ऐसा प्रतीत होता है कि अमेरिका की मौजूदा प्रशासनिक नीतियों के बावजूद, पूर्व राष्ट्रपति अभी भी अपने प्रभाव को बनाए रखे हुए हैं। इस मामले पर उनकी राय अंतरराष्ट्रीय राजनीति में उनकी पहचान की पुनर्स्थापना का भी एक मार्ग हो सकता है।
यद्यपि ट्रंप के बयान का नेतन्याहू की नीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह देखने वाली बात होगी। इस टॉपिक पर जवाब देने वाले इजराइल के नेताओं ने अभी तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, क्या नेतन्याहू इस दबाव को हल्के में लेंगे या इसके खिलाफ जाएंगे यह देखना महत्वपूर्ण होगा।
इस संघर्ष के चलते दोनों पक्षों के बीच बातचीत की शुरुआत हो या सीजफायर की स्थिति, यह निर्णय आगे चलकर कई वैश्विक पहलुओं से प्रभावित होगा। फिलहाल, ट्रंप का यह नारा की अब समय आ गया है शांति का, निश्चित रूप से विश्व स्तर पर एक महत्वपूर्ण संकेत है।