सरकारी स्कूलों में 9वीं क्लास के लिए ब्रिज कोर्स: ड्रॉप-आउट रेट को कम करने की नई पहल

सरकारी स्कूलों में 9वीं क्लास के लिए ब्रिज कोर्स शुरू, ड्रॉप-आउट दर कम करने की दिशा में बड़ा कदम।

भारत के मध्य प्रदेश में सरकारी स्कूलों में 9वीं कक्षा के छात्रों के लिए एक नया ब्रिज कोर्स शुरू किया गया है। यह कोर्स विशेष रूप से उन छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो पिछले साल अपने पाठ्यक्रम में पीछे रह गए थे या जिनका पठन-पाठन में ध्यान नहीं था। इस पहल का मुख्य उद्देश्य ड्रॉप-आउट दर को कम करना और छात्रों को वापस लाना है।

ब्रिज कोर्स का उद्देश्य छात्रों को न सिर्फ पाठ्यक्रम की मुख्य बातें पढ़ाना है, बल्कि उन्हें आत्मविश्वास भी दिलाना है। इस साल, कुछ सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या में गिरावट आई है। शिक्षा विभाग ने पाया है कि 9वीं कक्षा में प्रवेश लेने वाले छात्रों में से एक बड़ी संख्या में छात्र अगले वर्ष ड्रॉप-आउट हो जाते हैं। ऐसे में यह ब्रिज कोर्स एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

इस ब्रिज कोर्स में शामिल छात्रों को समझाने के लिए विशेष तरीके अपनाए जाएंगे। छात्रों को विभिन्न विषयों में विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा, जिससे वे अपने कमजोर क्षेत्रों पर काम कर सकें। इसके अलावा, कोर्स में इंटरेक्टिव एक्टिविटीज तथा प्रोजेक्ट्स का समावेश किया जाएगा ताकि छात्र बेहतर तरीके से समझ सकें।

शिक्षकों का मानना है कि इस तरह के पाठ्यक्रम छात्रों को न केवल पढ़ाई में मदद करेंगे बल्कि उनकी सोचने की क्षमता और आत्म-विश्वास को भी बढ़ाएंगे। इसके चलते, छात्र अपने भविष्य की सोचने में सक्षम होंगे और उनकी शैक्षणिक यात्रा में एक नई ऊर्जा का संचार होगा।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस पहल से जो छात्रों को स्कूल में वापस लाने में मदद मिलेगी, वहीं इससे शिक्षा का स्तर भी बढ़ेगा। उम्मीद है कि ब्रिज कोर्स के जरिए छात्रों की कमी को दूर किया जा सकेगा और उनका ड्रॉप-आउट रेट घटेगा।

मध्य प्रदेश की सरकार इस ब्रिज कोर्स के माध्यम से एक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार कर रही है, जहां हर छात्र को अपनी क्षमता के अनुसार सीखने का मौका मिले। इससे न केवल छात्रों का भविष्य सुधरेगा बल्कि मध्य प्रदेश की शिक्षा प्रणाली में भी सुधार होगा। इस प्रयास के चलते, राज्य के बच्चे बेहतर शिक्षा पाकर अपने जीवन की दिशा बदलने में सक्षम होंगे।

सम्भवतः यह कदम अन्य राज्यों के लिए भी एक मिसाल साबित हो सकता है। यदि इस रणनीति को सफलतापूर्वक लागू किया गया, तो शिक्षा में सुधार की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।

सरकारी स्कूलों में लागू किए जाने वाले इस ब्रिज कोर्स के लिए शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे छात्रों को सही दिशा में मार्गदर्शन कर सकें।

यदि आप 9वीं कक्षा के ब्रिज कोर्स के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो अपने नजदीकी सरकारी स्कूल से संपर्क करें।

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