शेख हसीना ने यूनुस शासन को ‘फासीवादी’ कहा, न्याय का दिया आश्वासन
शेख हसीना ने यूनुस शासन को फासीवादी बताते हुए अत्याचारों के खिलाफ न्याय का दिया आश्वासन।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने हाल ही में यूनुस शासन को ‘फासीवादी’ करार दिया है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा किए गए अत्याचारों के खिलाफ न्याय दिलाने का वादा किया है। हसीना ने यह बयान उस समय में दिया जब बांग्लादेश में राजनीतिक तनाव बढ़ रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार नहीं बल्कि लोग उनका असली प्रतिनिधित्व करेंगे।
हसीना ने कहा कि यूनुस शासन ने बांग्लादेश में लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन किया है।
उनका कहना है कि बांग्लादेश में जो भी अत्याचार हुए हैं, उन्हें उन्होंने न केवल देखा बल्कि झेला भी है। उन्होंने यह भी कहा कि यूनुस शासन ने सत्ता में आने के लिए लोकतंत्र का अपहरण किया है। हसीना का आरोप है कि यूनुस और उनके समर्थक हमेशा अपने राजनीतिक विरोधियों को दबाने का काम कर रहे हैं।
हसीना ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "जब भी लोग अपनी आवाज उठाते हैं, उन्हें खामोश करने की कोशिश की जाती है। हम इस अन्याय के खिलाफ खड़े रहेंगे। हमें न्याय मिलेगा।"
इसके अलावा, हसीना ने अपने आलोचकों को भी चेतावनी दी कि वे यूनुस शासन के अन्याय के बारे में खुलकर बोलें। उन्होंने कहा कि कोई भी अधिकारी जो शोषण में शामिल है, उसे निश्चित रूप से जवाबदेह ठहराया जाएगा।
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि हसीना का यह बयान बांग्लादेश की राजनीति में एक नई दिशा की ओर इशारा करता है। आने वाले चुनावों में इस मुद्दे को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा।
हसीना ने वादा किया है कि वे अपने देशवासियों के लिए न्याय सुनिश्चित करेंगे और जो भी अत्याचार जनित हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उनका यह कदम बांग्लादेश की राजनीति में महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जहां सत्ताधारी और विपक्षी दलों के बीच की खाई बढ़ रही है। समय बताएगा कि हसीना का यह वादा किस तरह से उनके शासनकाल और बांग्लादेश की राजनीति पर असर डालेगा।