पूर्व विदेश मंत्री एसएम कृष्णा का निधन, 92 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस
पूर्व विदेश मंत्री एसएम कृष्णा का निधन, उनके जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को याद कर रहे हैं।
पूर्व विदेश मंत्री और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा का निधन 92 वर्ष की उम्र में हुआ है। यह खबर देश में शोक की लहर लाने वाली है। एसएम कृष्णा, जिन्हें एक अनुभवी राजनेता के रूप में जाना जाता था, ने अपने जीवन में कई महत्वपूर्ण राजनीतिक पदों पर काम किया। इसके अलावा, वह महाराष्ट्र के राज्यपाल भी रह चुके थे।
कर्नाटक के पुराने बैंगलोर में जन्मे एसएम कृष्णा ने न केवल राज्य में, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी राजनीति की छाप छोड़ी है। कर्नाटक में 1999 से 2004 तक वह मुख्यमंत्री रहे और विदेश मंत्रालय के मंत्री के रूप में भी उनकी कार्यशैली की सराहना की गई। उनकी राजनीतिक यात्रा में कई अलंकरण हैं, जैसे कि उनकी विदेश नीति में सुधार और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को मजबूत करने का प्रयास।
कृष्णा जी ने अपने कार्यकाल के दौरान देश की विदेश नीति को एक नई दिशा देने का काम किया। उन्होंने दुनिया भर में भारत के संबंधों को प्रगाढ़ बनाने में अहम भूमिका निभाई। कई उच्चस्तरीय सम्मेलनों में भाग लेते हुए, वह भारत की भागीदारी और योगदान को एक अलग मुकाम पर ले जाने में सफल रहे। उनकी दूरदर्शिता और नेतृत्व क्षमता के लिए उन्हें बखूबी याद किया जाएगा।
उनके निधन पर कर्नाटक के वर्तमान मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष सहित कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। शायद यही एक ऐसा समय है जब हमें उनके योगदान और कार्यों को याद कर आगे बढ़ने की आवश्यकता है। कृष्णा जी के परिवार में उनकी पत्नी और बच्चों का दुःख गहराया हुआ है। ऐसे अपूरणीय क्षति के क्षण में उनके परिवार को हमारे संवेदनाएं।
एसएम कृष्णा का योगदान राजनीति और समाज के लिए सदैव स्मरणीय रहेगा। हम सभी को उनके जीवन और विचारों से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने न केवल नीति निर्माण में भाग लिया, बल्कि भारतीय राजनीति में एक उदाहरण पेश किया है। उनकी विदाई के साथ, हम यह आशा करते हैं कि उनके द्वारा स्थापित की गई नींव पर नए नेता आगे बढ़ें और उनके कार्यों को आगे बढ़ाते रहें।
अंत में, उनके कार्यों और विचारों को याद करते हुए हम उम्मीद करते हैं कि देश की राजनीति में ऐसे लोग हमेशा बने रहें, जो न केवल अपने लिए, बल्कि समाज और देश के लिए काम करें।