पुड्डुचेरी में तूफान फेंगल का कहर: 30 साल का रिकॉर्ड टूटा
भारत-श्रीलंका में तूफान फेंगल ने भारी बारिश से 19 लोगों की जान ली, पुड्डुचेरी में 30 साल का रिकॉर्ड टूटा।
हाल ही में आए तूफान फेंगल ने पुड्डुचेरी और आस-पास के क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई है। इस तूफान ने पिछले 30 वर्षों में दर्ज की गई सबसे अधिक बारिश का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। फेंगल के कारण पुड्डुचेरी में लगभग 200 मिमी से अधिक बारिश हुई, जिसने राज्य की सामान्य स्थिति को प्रभावित कर दिया। तूफान के प्रभाव से भारत और श्रीलंका में मिलाकर कम से कम 19 लोगों की जान गई है।
तूफान के कारण बाढ़ का सामना कर रहे क्षेत्रीय निवासियों के लिए राहत अभियान शुरू किया गया है। सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्यों को तेज कर दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, बारिश के चलते कई क्षेत्रों में पानी भर गया है, जिससे लोगों के जीवन में भारी कठिनाई उत्पन्न हो रही है। सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे में भी व्यापक क्षति हुई है।
जानकारी के मुताबिक, फेंगल तूफान ने भारत के तमिलनाडु, कर्नाटक और तेलंगाना राज्यों में भी भारी बारिश लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके परिणामस्वरूप, समुद्र तटों पर लहरें भी बहुत ऊँची उठ गईं, जो न केवल मछुआरों के लिए बल्कि आम जन के लिए भी खतरा बन गईं। जिन क्षेत्रों में भारी बारिश हुई, वहां स्कूल और कॉलेज कुछ दिनों के लिए बंद रहने का निर्णय लिया गया है।
पुड्डुचेरी में हुई भारी बारिश ने अग्निशामक और आपदा प्रबंधन टीमों को भी सक्रिय कर दिया है। लोग सुरक्षित स्थानों पर बचाव कार्य में मदद कर रहे हैं। वहीं स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि जो लोग घरों में फंसे हैं, उन्हें तुरंत सहायता की आवश्यकता है।
इस तूफान के प्रभाव से न केवल इंसानी जीवन को खतरा हुआ है, बल्कि कृषि और मछली पकड़ने के उद्योगों पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि मौसमी बदलावों के कारण ऐसे तूफान अधिक बार आ सकते हैं, और इसके लिए हमें तैयार रहना चाहिए।
तूफान फेंगल के असर को देखते हुए पहले ही मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी जारी की थी, जिससे लोग सतर्क हो चुके थे। लेकिन फिर भी, भारी बारिश ने कई क्षेत्रों में बाढ़ का कारण बनकर लोगों को गंभीर मुसीबत में डाल दिया। इस स्थिति में सरकार की पहल और स्थानीय मदद ने लोगों की पहली प्राथमिकता बन गई है।
फेंगल के आते ही अब बारिश और बचाव कार्य की चुनौतियां फिर से देखने को मिल रही हैं। लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे आपातकालीन सेवाओं के संपर्क में रहें और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें।