प्रयागराज कुंभ में नाव दुर्धटना: श्रद्धालुओं का नया संकट
महाकुंभ में अमृत स्नान के दौरान श्रद्धालुओं से भरी नाव पलटी, 2 लोग लापता, प्रशासन ने तेज किया राहत कार्य।
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान एक दुखद घटना घटित हुई है। अमृत स्नान के दौरान संगम में एक नाव पलट गई, जिसमें श्रद्धालु सवार थे। इस घटना ने न केवल श्रद्धालुओं के मन में डर पैदा कर दिया, बल्कि प्रशासन के लिए भी एक गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है। सूचना के अनुसार, नाव में 10 से 12 लोग सवार थे, जिनमें से कुछ को तुरंत बचा लिया गया है। हालांकि, अभी भी 2 लोग लापता हैं। ऐसे समय में जब लाखों की संख्या में श्रद्धालु कुंभ में आस्था और भक्ति के साथ शामिल हो रहे हैं, यह घटना एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है।
नाव पलटने की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम राहत कार्य के लिए मौके पर पहुंच गई। अंधेरे में बचाव कार्य कर रहे बचावकर्मियों ने संगम में लापता लोगों की खोजबीन तेज कर दी है। हालांकि, पानी की धारा तेज होने की वजह से काम में मुश्किल आ रही है। स्थानीय लोगों की जानकारी के अनुसार, नाव में सवार श्रद्धालु ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे, जो स्नान करने के लिए संगम पहुंचे थे।
इस घटना ने महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के प्रति एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है। संगम किनारे सुरक्षा इंतजामों को लेकर व्यापक चर्चाएं चल रही हैं। पिछले कुछ वर्षों में कुंभ के दौरान कई ऐसी घटनाएं घट चुकी हैं, जो श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर सवाल उठाती हैं। प्रशासन ने इस बार सुरक्षा की दृष्टि से कई नई पहल की थीं, लेकिन ऐसे हादसे इस बात का सबूत हैं कि अभी काफी कुछ करने की आवश्यकता है।
जैसे ही लापता श्रद्धालुओं की जानकारी प्रशासन को मिलेगी, उनके परिजनों की चिंता और बढ़ सकती है। अनेक श्रद्धालु इस घटना के बाद संगम से वापस लौट रहे हैं, क्योंकि उन्हें भय है कि कहीं ऐसी स्थिति फिर से न उत्पन्न हो।
समाचार एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार, पूरी घटना पर नजर रखी जा रही है और प्रशासन जल्द ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस विषय में अधिक जानकारी साझा करेगा। श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन ने सुरक्षा सलाह जारी की है और लोगों से अपील की है कि वे नावों में बैठते समय पूरी सावधानी बरतें।
महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में इस तरह की घटनाएं न केवल श्रद्धालुओं के विश्वास को ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि प्रशासन की तैयारी पर भी सवाल उठाती हैं। इसलिए, सबको मिलकर इसका समाधान करना होगा, ताकि आगे से ऐसी घटनाएं न हों।