मुंबई और दिल्ली में प्रॉपर्टी के दामों का जोरदार उछाल, विदेशी भी हैरान!
मुंबई और दिल्ली में प्रॉपर्टी दामों में बेतहाशा वृद्धि, विदेशी निवेशकों की रुचि बढ़ी है।
भारत के प्रॉपर्टी मार्केट में हाल ही में जो बदलाव आया है, वह सच में ध्यान देने योग्य है। देश के दो सबसे बड़े शहर, मुंबई और दिल्ली, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रॉपर्टी प्राइस इंडेक्स में अपनी जगह बना चुके हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इन दो शहरों में प्रॉपर्टी के दामों में तेजी से इजाफा हुआ है, जिससे न केवल स्थानीय बल्कि विदेशी निवेशकों का भी ध्यान खींचा है।
मुंबई, जो भारत की आर्थिक राजधानी मानी जाती है, ने वैश्विक प्रॉपर्टी इंडेक्स में शानदार प्रदर्शन किया है। कोरोना महामारी के बाद रियल एस्टेट सेक्टर ने जो रिकवरी दिखाई है, उसने सभी को चौंका दिया है। प्रॉपर्टी की डिमांड में बढ़ोतरी और स्टॉक को लेकर बढ़ती कमी ने दामों में उछाल लाने का काम किया है।
वहीं, दिल्ली भी पीछे नहीं रही। यहाँ भी प्रॉपर्टी के दामों में तेजी आई है। सरकार की कई योजनाओँ और कुरियर-मौद्रिक नीति के कारण रियल एस्टेट खासकर हाउसिंग सेक्टर में तेजी आई है। विदेशी निवेशक भी अब इन शहरों के प्रॉपर्टी मार्केट में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि इन दोनों शहरों में प्रॉपर्टी के दामों में इस तेजी का मुख्य कारण यहाँ की रिहायशी सुविधाएँ और कनेक्टिविटी है। दिल्ली और मुंबई में सभी प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का तेजी से विकास हो रहा है, जिससे यहाँ रहने वाली आम जनता के साथ-साथ दूर-दूर से आने वाले निवेशकों को भी फायदा हो रहा है।
हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि इस तेजी की पुख्ता वजह केवल उनकी बढ़ती डिमांड नहीं है, बल्कि निवेशकों के बीच यहां की प्रॉपर्टी में मिलने वाले रिटर्न की संभावना भी मुख्य कारण है। हाल ही में एक अध्ययन में यह पाया गया कि कई विदेशी निवेशक भारत को एक संभावनाओं का देश मान रहे हैं, जहाँ प्रॉपर्टी खरीदारों के लिए अनगिनत मौके हैं।
इस प्रकार, मुंबई और दिल्ली में प्रॉपर्टी के दामों में हुई इस तेजी ने न केवल स्थानीय लोगों को प्रभावित किया है, बल्कि दुनिया भर के लोगों की नज़रें भी इन दोनों शहरों पर टिकी हैं। एक बार फिर से रियल एस्टेट सेक्टर में भारत की स्थिति मजबूत होती दिखाई दे रही है। इससे यह स्पष्ट होता है कि आने वाले समय में मुंबई और दिल्ली प्रॉपर्टी निवेश के केंद्र बन सकते हैं।
इसलिए, यदि आप भी इन शहरों में प्रॉपर्टी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो सही समय है कि आप अपनी योजना को अमलीजामा पहनाने की कोशिश करें।