महंगाई पर तेजस्वी यादव का बीजेपी पर कटाक्ष: क्या यही है विकास?
तेजस्वी यादव ने महंगाई पर BJP को आड़े हाथ लिया, विकास के सफर पर सवाल उठाए। क्या पूरी तरह असफल है सरकार?
हाल के दिनों में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर महंगाई को लेकर तीखा हमला किया है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वर्तमान सरकार ने विकास के नाम पर सिर्फ़ झूठे वादे किए हैं। महंगाई की समस्या ने सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया है और इस बारे में BJP की चुप्पी सवाल उठाती है।
तेजस्वी ने बताया कि किसानों के लिए भी हालात खराब हो चुके हैं। पहले उनके पास फसल के अच्छे दाम नहीं मिलते, अब उनके उत्पादन की लागत भी बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने कहा था कि वे ‘नए भारत’ के निर्माण के लिए काम करेंगे, लेकिन हकीकत यह है कि आम जनता की जेब कट रही है। कई घरों में अब खाने की चीजें खरीदना भी मुश्किल हो गया है। इस पर उन्होंने तंज कसा कि क्या यही है विकास?
तेजस्वी यादव का यह बयान ऐसे समय में आया है जब महंगाई अपने चरम पर है और अनेक सरकारी आंकड़े भी इसे दर्शाते हैं। बढ़ती महंगाई ने न केवल आम आदमी को परेशान किया है बल्कि यह लोगों के रोज़मर्रा के खर्चों पर भी भारी पड़ रही है। खासकर खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छू गए हैं।
राजनीतिक गलियारों में तेजस्वी यादव के इस बयान को काफी महत्व दिया जा रहा है। बिहार में आगामी चुनावों को लेकर सभी पार्टियों ने अपने-अपने पत्ते खोलने शुरू कर दिए हैं। तेजस्वी ने यह भी कहा कि, 'बीजेपी के नेता आम लोगों की समस्याओं को समझ ही नहीं पाते हैं। उनके पास सिर्फ़ ट्वीट और फ़ोटोशूट हैं।'
महंगाई के बढ़ते आंकड़ों के खिलाफ तेजस्वी ने केंद्र सरकार से सीधा सवाल भी किया कि वे जनता को कैसे राहत देंगे। उन्होंने कहा कि वक्त आ गया है कि सरकार को 'एक्शन प्लान' बनाना चाहिए। महंगाई एक गंभीर मुद्दा है, और यदि सरकार इसे सही से नहीं संभालती है, तो इसका गंभीर असर आगमी चुनाव पर पड़ सकता है।
इसने न केवल विपक्ष को मौका दिया है, बल्कि आम जनता के बीच भी एक जागरूकता आई है। जहां एक तरफ़ बीजेपी अपने विकास के दावों को लेकर सवालों का सामना कर रही है, वहीं दूसरी तरफ़ तेजस्वी यादव ने ये साबित कर दिया है कि वे अपने नेता के रूप में लोगों की समस्याओं के प्रति कितने संवेदनशील हैं।
तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे को उठाकर यह भी बताया है कि अगर महंगाई की समस्या को जल्द हल नहीं किया गया, तो आने वाले चुनाव में BJP को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।