क्या अमेरिका WHO में दोबारा शामिल होगा? ट्रंप की नई संभावनाएं
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वो अमेरिका के WHO में लौटने के फैसले पर विचार कर सकते हैं, सऊदी अरब के निवेश की बात भी की।
डोनाल्ड ट्रंप, जो पहले अमेरिका के राष्ट्रपति रह चुके हैं, ने हाल ही में कहा है कि वो अमेरिका के विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) में दोबारा शामिल होने के फैसले पर विचार कर सकते हैं। ट्रंप ने यह बयान उस वक्त दिया जब उन्होंने सऊदी अरब के निवेश के बारे में बात की। यह संकेत निश्चित रूप से वैश्विक स्वास्थ्य मामलों में अमेरिका की भूमिका को लेकर बहस को फिर से छेड़ सकते हैं।
कोविड-19 महामारी के दौरान, ट्रंप प्रशासन ने WHO पर आरोप लगाया था कि वह चीन के प्रभाव में है और इस कारण से अमेरिका ने संगठन से अलग होने का कदम उठाया था। इस कदम से वैश्विक स्वास्थ्य में अमेरिका की भूमिका को लेकर कई सवाल उठे थे। हालांकि, अब ट्रंप के ताजा बयान से यह संभावना जताई जा रही है कि वो संगठन में वापसी पर विचार कर सकते हैं।
ट्रंप ने कहा, "हम WHO में शामिल होने पर विचार कर सकते हैं, लेकिन हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि संगठन में हमारी स्थिति मजबूत हो और हमारी सलाहों का संज्ञान लिया जाए।" उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका को स्वास्थ्य मामलों में एक लीडर के रूप में काम करना चाहिए और वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए प्रयासरत रहना चाहिए।
इस बयान के साथ ही ट्रंप ने सऊदी अरब द्वारा अमेरिका में निवेश बढ़ाने की चर्चा भी की। उन्होंने कहा, "सऊदी अरब हमारे सहयोगी हैं और उनकी मदद से हम अमेरिका की अर्थव्यवस्था को और मजबूती दे सकते हैं।" ट्रंप का यह बयान बाइडेन प्रशासन की नीति की तुलना में एक अलग दृष्टिकोण पेश करता है, जिसमें अमेरिका को WHO से दूरी बनाने के बजाय साझा प्रयासों पर जोर दिया जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, अमेरिका की भूमिका और स्वास्थ्य संबंधी नीतियों में बदलाव से आने वाले समय में वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा पर असर पड़ सकता है। WHO में अमेरिका की वापसी से एक बार फिर से संगठन को मजबूती मिल सकती है और वैश्विक स्वास्थ्य मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकते हैं।
इस बीच, यह देखना दिलचस्प होगा कि ट्रंप का यह बयान किस तरह से उनके समर्थकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा प्रतिक्रिया पाता है। क्या अमेरिका सच में वापसी करेगा? ये सवाल अभी भी अनसुलझे हैं।