कनाडा की मार्क कार्नी सरकार में भारतीय मूल की महिलाओं का योगदान

कनाडा की मार्क कार्नी सरकार में दो भारतीय मूल की महिलाएं, कमल खेड़ा और अनीता आनंद, ने महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है।

कनाडा की मार्क कार्नी सरकार में भारतीय मूल की दो महिलाओं ने एक खास पहचान बनाई है, जिनका नाम है कमल खेड़ा और अनीता आनंद। इन दोनों ने अपनी मेहनत और लगन से न केवल राजनीति में अपनी जगह बनाई है, बल्कि अपने समुदाय का भी गर्व बढ़ाया है।

कमल खेड़ा का जन्म दिल्ली में हुआ था और वह कनाडा में अपने परिवार के साथ बड़ी हुईं। वर्तमान में वह स्वास्थ्य मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। उनके कार्यकाल में कनाडा की स्वास्थ्य नीति में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इसके अलावा, कोविड-19 महामारी के दौरान उनकी भूमिका ने उन्हें बहुत सराहना दिलाई, जब उन्होंने जनस्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए।

वहीं, अनीता आनंद की बात करें तो वह भी भारतीय मूल की हैं और उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान दिया है। अनीता का जन्म भारत में हुआ और वह कनाडा में बड़े होकर शिक्षिका बनीं। अनीता वर्तमान में वित्त मंत्री के रूप में कार्यरत हैं, जहां उन्होंने राष्ट्रीय बजट और आर्थिक नीतियों में अहम भूमिका निभाई है। उनकी मेहनत से कनाडा ने महामारी के बाद आर्थिक सुधार में तेजी दिखाई है।

इन दोनों महिलाओं की उपस्थिति ने साफ किया है कि यदि सही अवसर दिए जाएं, तो भारतीय मूल की महिलाएं किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकती हैं। कमल और अनीता ने न केवल अपने क्षेत्र में नेतृत्व किया है बल्कि एक सकारात्मक संदेश भी दिया है कि महिलाएं किसी भी मोर्चे पर सफल हो सकती हैं।

भारत में ही नहीं, कनाडा में भी इन दोनों का नामकरण किया जा रहा है। वह न केवल अपनी रंगीन विरासत के लिए जानी जाती हैं बल्कि अपने कार्यों के लिए भी आदर्श बनी हैं। अनीता और कमल, दोनों ने कनाडा के राजनीतिक परिदृश्य में अद्वितीय योगदान दिया है और यह दिखाया है कि विविधता का सम्मान कैसे किया जाना चाहिए।

इस प्रकार, कमल खेड़ा और अनीता आनंद न केवल अपने समुदाय के लिए बल्कि पूरे कनाडा के लिए एक प्रेरणा हैं। उनकी कहानियों को सुनकर नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है कि वह भी अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर सकती हैं। इनकी सफलता ने साबित किया है कि भारतीय मूल की महिलाएं आज की दुनिया में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं।

कनाडा की राजनीति में इन दोनों का प्रभाव और योगदान निश्चित रूप से आने वाले समय में और गहरा होगा। यह उम्मीद की जाती है कि ये महिलाएं भविष्य में भी और अधिक उच्च पदों पर विराजमान होंगी और अपने समुदाय के लिए मिसाल कायम करेंगी।

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