किसानों का ट्रैक्टर मार्च: भगवंत मान का समर्थन और नया संघर्ष

किसान गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किया समर्थन। जानें इस मार्च का महत्व।

गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों का ट्रैक्टर मार्च एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस ट्रैक्टर मार्च का खुलकर समर्थन किया है, जो किसानों के अधिकारों के लिए उनकी लड़ाई का एक नया अध्याय है। इस बार का ट्रैक्टर मार्च न केवल किसानों की समस्याओं को उठाने वाला है, बल्कि यह एक नया आंदोलन भी है जो हरियाणा, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के किसानों को भी एकजुट करने की कोशिश करेगा।

किसान संगठनों का कहना है कि पिछले कुछ सालों में कृषि क्षेत्र में जो समस्याएं बनी हैं, उनका समाधान निकालने के लिए यह मार्च आवश्यक है। खासकर, नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों की चिंता अभी भी बनी हुई है। इस ट्रैक्टर मार्च का उद्देश्य न केवल अपनी आवाज उठाना है, बल्कि सरकार से यह मांग करना भी है कि उनकी समस्याओं को प्राथमिकता दी जाए।

भगवंत मान ने कहा है कि किसान हमारे देश की रीढ़ हैं और उनका दर्द सामूहिक स्वास्थ्य का मुद्दा है। उन्होंने सभी किसानों से मार्च में भाग लेने की अपील की है। यह मार्च न केवल एक राजनीतिक बयान होगा, बल्कि यह एक सामाजिक जागरण का हिस्सा भी है। मान ने कहा कि किसान अपनी मांगों के लिए संगठित हैं और उनका संघर्ष आगे भी जारी रहेगा।

गणतंत्र दिवस पर इस ट्रैक्टर मार्च का प्रबंधन भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा होगा। किसानों की उम्मीदें पहले से ही ऊँची हैं कि यह मार्च उनकी आवाज को और बलवान करेगा। सोशल मीडिया पर भी किसानों का समर्थन करते हुए कई पोस्ट और वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें युवा और गाँव के लोग भी शामिल हैं।

किसान नेता अपनी मांगों के साथ इस मार्च में शामिल होंगे, और यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस पर कैसे प्रतिक्रिया करती है। आशा जताई जा रही है कि इस मार्च के जरिए किसान अपनी समस्याओं को सही तरीके से उठाने में सफल होंगे।

इस ट्रैक्टर मार्च को लेकर प्रशासन ने भी अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। किसानों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए विशेष बलों को तैनात किया जाएगा।

किसानों के इस संघर्ष के साथ समाज के हर वर्ग को जुड़ने की आवश्यकता है। यह ट्रैक्टर मार्च केवल किसानों का नहीं, बल्कि पूरे देश का मामला है। हमें इस स्थिति को समझकर ही एक साथ चलना होगा।

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