कानपुर में नाबालिग द्वारा तेज रफ्तार से मां-बेटी को कुचला, महिला की मौत
कानपुर में नाबालिग ने 120 किमी/घंटा की गति से मां-बेटी को रौंदा, महिला का निधन, बेटी को अभी नहीं पता मां अब नहीं रहीं।
कानपुर में एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां एक नाबालिग लड़के ने 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी चला कर मां-बेटी को कुचल दिया। ये घटना तब हुई जब महिला, जो भव्यता मिश्रा के नाम से जानी जाती थीं, अपनी बेटी के साथ सड़क पार कर रही थीं। अचानक आई इस तेज रफ्तार गाड़ी ने उन्हें टक्कर मारी, जिससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, नाबालिग लड़के ने गाड़ी को काफी तेज गति से चलाया था। घटना के वक्त गाड़ी की स्पीड 120 किमी/घंटा थी, जो शहर की सड़कों पर बेहद खतरनाक मानी जाती है। इस दुर्घटना के बाद महिला की सर की हड्डी टूटी और पसलियों में गंभीर चोटें आईं, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई। वहीं उनकी बेटी, जो कि घटना के समय वहां उपस्थित थी, अभी भी इस सदमे से उबरने की स्थिति में नहीं हैं और उन्हें अभी पता नहीं है कि उनकी मां दुनिया में नहीं हैं।
इस घटना ने शहर के लोगों के बीच सुरक्षा और तेज रफ्तार गाड़ियों के खतरों को लेकर चिंता जताई है। कई लोगों का मानना है कि नाबालिगों को गाड़ी चलाने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए, खासकर तब जब उनके द्वारा किए गए कृत्यों से दूसरों का जीवन खतरे में पड़ता है।
स्थानीय निवासियों ने भी इस घटना का विरोध किया है और सरकार से अपील की है कि वह सड़कों पर सुरक्षा में सुधार करने के लिए ठोस कदम उठाए। नाबालिगों द्वारा सड़क पर अनियंत्रित ड्राइविंग के मामलों में वृद्धि हो रही है, जिसके कारण रोजाना कई जिंदगियों का नुकसान होता है।
इस मामले में पुलिस ने नाबालिग ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। हालांकि, यह घटना सभी के लिए एक सबक है कि सड़कों पर सुरक्षा को गंभीरता से लिया जाना चाहिए और जिम्मेदार ड्राइविंग की ज़रूरत है। इस तरह की घटनाएं न केवल पीड़ित परिवारों के लिए बल्कि समाज के लिए भी गंभीर समस्याएं उत्पन्न करती हैं।
हम सभी को एकजुट होकर इस समस्या का सामना करना होगा और सड़क पर सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं से बचा जा सके। किसी भी इंसान की जिंदगी अनमोल होती है और इसे ऐसे लापरवाह व्यवहार के माध्यम से नहीं खोना चाहिए।