इदलिब में विद्रोहियों की जीत: रूस को हुआ बड़ा झटका
इदलिब में विद्रोहियों ने श्री बशर अल-असद का घर कब्ज़ा कर लिया है, रूस को यह भारी झटका देने वाला है।
सीरिया के इदलिब शहर में हालिया घटनाक्रम ने दुनियाभर का ध्यान अपनी ओर खींचा है। विद्रोहियों ने राष्ट्रपति बशर अल-असद का घर अपने नियंत्रण में ले लिया है, जिसे रूसी सेना और सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। इस घटना के बाद से क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है।
इदलिब, जो कि सीरिया के पिछले कुछ वर्षों में एक महत्वपूर्ण युद्धक्षेत्र रहा है, अब विद्रोहियों के हाथ में आ गया है। विद्रोही समूहों ने इस कब्जे के दौरान कई आधुनिक हथियारों को भी अपने अधीन कर लिया है, जिससे उनकी सैन्य क्षमताएं और मजबूत हुई हैं। इन विद्रोहियों में तंजीम, जो कि विद्रोही बलों का एक बड़ा संगठन है, ने इस कार्रवाई का नेतृत्व किया है।
रूस, जो कि बशर अल-असद के प्रमुख सहयोगियों में से एक है, इस स्थिति को लेकर चिंतित है। इसको लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना सीरिया के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप के लिए रूस के लिए एक चेतावनी है। विद्रोहियों द्वारा सफल अभियान से यह साफ है कि स्थानीय परिस्थितियों में रूस की शक्ति कमज़ोर पड़ रही है।
यह घटना सीरिया के विद्रोहियों के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। जब से असद सरकार ने अपने समर्थक समूहों के साथ मिलकर इदलिब में हमले शुरू किए हैं, तब से विद्रोही समूहों को अपनी ताकत बढ़ाने के लिए एक मजबूत कारण मिल गया है। अब जब उन्होंने बशर अल-असद का घर कब्ज़ा कर लिया है, तो यह संभव है कि अन्य क्षेत्रीय समूह भी इस बात से प्रेरित होकर अपनी गतिविधियों को बढ़ाएं।
विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि यह घटना सीरिया के भीतर और बाहर के राजनीतिक समीकरणों को बदल सकती है। रूस की स्थिति कमजोर होने से अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों को इस अवसर का लाभ उठाने का मौका मिल सकता है। इस सब के बीच, इदलिब में स्थानीय नागरिकों की स्थिति भी चिंताजनक बनी हुई है। संघर्ष के चलते वहां के लोग बेहद कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।
इस घटना की गंभीरता को देखते हुए अब यह देखना होगा कि रूस अपनी रणनीति को कैसे बदलता है और विद्रोही समूह कैसे आगे बढ़ते हैं।