गोल्डन ट्राएंगल: फर्जी नौकरी के जाल में फंसने की दास्तान
गोल्डन ट्राएंगल में नौकरी के झांसे में भारतीयों की भयावह कहानियाँ, कैसे बचकर लौटे लोग, जानिए पूरी रिपोर्ट।
गोल्डन ट्राएंगल में फर्जी नौकरी का खतरा
भारत के युवा अपनी करियर के लिए कई बार विदेश में नौकरी के सपने देखते हैं। लेकिन हाल ही में गोल्डन ट्राएंगल यानी थाईलैंड, म्यांमार और लाओस में फर्जी नौकरी के जाल ने कई भारतीय युवाओं को अपने मोहपाश में बुन दिया है। तथाकथित कंपनियों द्वारा काम करने के लालच में कई लोग वहां फंस गए, जहां उन्हें न सिर्फ मानसिक बल्कि शारीरिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा।
कुछ दिनों पहले, ऐसी ही एक कहानी सामने आई जहां 24 वर्षीय एक युवक को अचानक नौकरी का प्रस्ताव मिला। उसने सोचा कि यह एक सुनहरा अवसर है और तुरंत अपने सामान के साथ निकल पड़ा। जब वह वहां पहुंचा, तो उसे पता चला कि वह एक साइबर माफिया के जाल में फंस चुका है। काम की जगह पर बिना किसी सहयोग के उसे पढ़ाई के विषय में भी बात करने के लिए मजबूर किया गया।
दर्दनाक स्थितियों में जीने वाले इन युवाओं की कहानियाँ सुनकर रूह कांप जाती है। कई लोगों ने वहां से भागकर अपने घर वापस आने का रास्ता निकाला, लेकिन जो हिम्मत नहीं जुटा सके, उनका हाल आज भी अज्ञात है। न सिर्फ उनके परिवारों को, बल्कि देश को भी यह घटना हैरान करने वाली है। इस प्रकार के फर्जी जॉब ओफर को लेकर सरकार को सजग रहने की जरूरत है।
सावधानी और जागरूकता जरूरी
इस स्थिति के मध्य एंटी साइबर क्राइम एजेंसियों और बेहतर जागरूकता का महत्व बढ़ जाता है। युवाओं को सलाह दी जाती है कि बिना सही जानकारी के किसी भी नौकरी के प्रस्ताव पर ध्यान न दें। जो लोग इस जाल में फंस चुके हैं उनके लिए जरूरी है कि वे अपने अनुभव साझा करें ताकि और लोग इससे बच सकें।
बचकर लौटे लोगों ने अपनी आपबीती में बताया कि किस प्रकार उनके साथ ठगी की गई और किस तरह से वे एक बुरे अनुभव से गुजरे। जैसे-जैसे जागरूकता बढ़ेगी, वैसे-वैसे युवा इन फर्जी नौकरी के विज्ञापनों से बचेंगे।
समाज में इस विषय की गंभीरता को समझना बहुत जरूरी है। युवाओं को केवल अच्छी पैकेज वाली नौकरियों के लालच में आकर किसी भी स्थिति में फंसने से बचना चाहिए। अगर किसी को नौकरी का प्रस्ताव मिलता है, तो उसे इसकी जांच-पड़ताल अवश्य करनी चाहिए।
वास्तव में, गोल्डन ट्राएंगल अब केवल ट्रिप करने के लिए नहीं, बल्कि हमारी युवा पीढ़ी के लिए एक चेतावनी बन गया है।