गणतंत्र दिवस पर भारत की ताकत का प्रदर्शन, अमेरिका ने दी बधाई
भारत का 76वां गणतंत्र दिवस, कर्तव्य पथ पर दिखेगा देश की राजनैतिक और सैन्य ताकत। अमेरिका ने भी सम्मान किया।
आज भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। पूरे देश में इस खास दिन का उत्साह और उमंग देखने को मिल रहा है। इस बार समारोह कर्तव्य पथ पर हो रहा है, जहां पर भारत की सेना, पुलिस और अन्य बल अपने अद्भुत परफॉर्मेंस के जरिए देश की ताकत का प्रदर्शन करेंगे। इस बड़े अवसर को दुनिया भर में देखा जाएगा और सभी की नज़रें इस पर होंगी।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस गणतंत्र दिवस के पहले कार्यक्रम में कहा, "हमारी सेना अपनी ताकत और साहस से न केवल भारत को सुरक्षित रखती है बल्कि दुनिया को यह दिखाती है कि हम एक मजबूत राष्ट्र हैं।" इस वर्ष गणतंत्र दिवस परर्नाम में विशेष अतिथि के रूप में इंडोनेशिया के रक्षा मंत्री प्रबोवो सुबीआंटो शामिल हो रहे हैं, जो कि भारत और इंडोनेशिया के बीच सामरिक संबंधों को मजबूत करने का संकेत है।
इस मौके पर भारत सरकार ने खासतौर पर स्वतंत्रता संग्राम के नायकों और उनके बलिदानों को याद करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही देश की संस्कृति, विरासत और विभिन्नता को प्रदर्शित करने वाले भव्य झांकियों का आयोजन किया जाएगा।
गणतंत्र दिवस के इस अवसर पर अमेरिका ने भी भारत को गुलदस्ते के साथ बधाई दी है। अमेरिकी राजदूत ने ट्वीट कर कहा, "गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं! भारत की यात्रा से हमेशा सशक्त होकर लौटते हैं, और हम आपके सफर में साथी हैं।" यह दर्शाता है कि कैसे भारत का कूटनीतिक नेटवर्क लगातार मजबूत होता जा रहा है।
गणतंत्र दिवस की परेड में इस बार भारत की सांस्कृतिक धरोहर को भी बड़े जोर-शोर के साथ दिखाया जाएगा। इसमें विभिन्न राज्यों की झांकियाँ और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल होंगे। इससे न केवल भारत की विविधता दिखेगी, बल्कि यह भी दिखाएगा कि हम सभी मिलकर एक बढ़ा हुआ भारत बनने की ओर अग्रसर हैं।
गणतंत्र दिवस पर भारतीय वायुसेना का फ्लाई पास्ट, आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। इसमें दिखाया जाएगा कि कैसे भारत अपनी नई तकनीकों और क्षमताओं के साथ विश्व मंच पर आ रहा है। यह भारतीय सशस्त्र बलों की बढ़ती शक्ति और दक्षता का भी परिचायक है।
जैसे-जैसे समय आगे बढ़ रहा है, भारत अपनी शक्ति और उत्साह के साथ आगे बढ़ रहा है। गणतंत्र दिवस का यह समारोह ना केवल हमें अपने अतीत की याद दिलाता है बल्कि हमें यह भी बताता है कि हम कैसे एक सशक्त राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ सकते हैं।