गाजा में इजरायली सेना का नया हमला: 27 की मौत और 150 घायल
इजरायली सेना के ताजा हमले में 27 फलीस्तीनियों की मौत, 150 से ज्यादा लोग घायल हुए। ये घटनाएँ मानवता के लिए एक बड़ा सवाल हैं।
गाजा सिटी, 30 दिसंबर 2024: इजरायली सेना ने एक बार फिर से गाजा में एक रिफ्यूजी कैंप पर हमला किया है, जिसमें 27 फलीस्तीनियों की जान चली गई है। इस नृशंस घटना में 150 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिसके परिणामस्वरूप पूरे क्षेत्र में आक्रोश और तनाव फैल चुका है। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब तनाव पहले ही बढ़ा हुआ था और लोग एक स्थायी शांति की उम्मीद कर रहे थे।
इस हमले की पुष्टि इजरायली रक्षा बलों ने की है, जिन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य "आतंकवादी" गतिविधियों को समाप्त करना था। हालांकि, स्थानीय निवासियों और विभिन्न मानवाधिकार संगठनों ने आरोप लगाया है कि इस हमले ने निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रिफ्यूजी कैंप पूर्णत: भरा हुआ था जब इजरायली एयरफोर्स ने बमबारी शुरू की। यह हमला भारतीय समयानुसार सुबह की पहली किरणों में हुआ, जब लोग अपने दैनिक कामकाज की तैयारी कर रहे थे।
गाजा में चल रहे संघर्ष के चलते हमेशा से ही हताहतों की संख्या बढ़ती जा रही है। हर बार एक नया हमला, नए घायलों और मृतकों को जन्म देता है। इस बार की घटना ने भी फलीस्तीनियों के मन में ज़ोरदार आक्रोश का संचार किया है। स्थानीय नेताओं ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप की अपील की है।
सोशल मीडिया पर भी लोग इस मुद्दे को लेकर आवाज उठा रहे हैं और #GazaUnderAttack जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। वीडियो फुटेज और तस्वीरें साझा की जा रही हैं, जो इस नृशंस हमले की भयावहता को दर्शाते हैं। कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने भी इस हमले की कड़ी आलोचना की है और इसे मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया है।
इस आतंक के माहौल में फलीस्तीनियों के लिए सामान्य जीवन जीना भी मुश्किल हो गया है। स्कूल, अस्पताल और आवश्यक सेवाएँ बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। इजरायली सेना के इस प्रकार के हमलों से शांति की उम्मीदें और भी क्षीण होती जा रही हैं। अब सभी की निगाहें इस ओर हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस संकट को कैसे संबोधित करेगा।
गाजा में मानवता की यह त्रासदी एक बार फिर सबको सोचने पर मजबूर कर रही है कि आखिर कब तक यह संघर्ष चलता रहेगा?