एयरबस का भारत में H125 हेलीकॉप्टर प्रोजेक्ट, आर्थिक विकास की नई दिशा
भारत की एविएशन इंडस्ट्री में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। यूरोपीय विमान निर्माता एयरबस ने हाल ही में घोषणा की है कि वह भारत में H125 हेलीकॉप्टर के लिए अंतिम असेंबली लाइन (FAL) स्थापित करेगा। इस बात का खुलासा हुआ है कि एयरबस ने भारत में आठ संभावित स्थानों को शॉर्टलिस्ट किया है जहां इस साल भूमिपूजन किया जाएगा।
H125 हेलीकॉप्टर, जो अपने हल्के वजन और उच्च प्रदर्शन के लिए जाना जाता है, का असेंबली भारत में होने से न सिर्फ आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि राष्ट्र के आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा। यह प्रोजेक्ट ना केवल रोजगार के अवसर पैदा करेगा, बल्कि भारत को अंतरराष्ट्रीय हेलीकॉप्टर बनाने वाले देशों की सूची में भी शामिल करेगा।
इस प्रोजेक्ट के लिए शॉर्टलिस्ट की गई साइट्स में से कुछ वायुसेना और हेलिकॉप्टर निर्माण के लिए उपयुक्त स्थान हैं। एयरबस का इस कदम से उम्मीद की जा रही है कि आने वाले वर्षों में भारत में हेलीकॉप्टर की जुटान बढ़ेगी, जिससे उसका इस्तेमाल कमर्शियल और रेस्क्यू ऑपरेशंस में अधिक किया जा सकेगा।
एयरबस के अधिकारियों का कहना है कि इस परियोजना से भारत में तकनीकी कौशल को भी बढ़ावा मिलेगा। भारत का हेलीकॉप्टर बाजार तेजी से विकसित हो रहा है, और ऐसे समय में जब सरकार 'मेड इन इंडिया' पहल पर जोर दे रही है, एयरबस का यह कदम सही दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह केवल एयरबस के लिए ही नहीं, बल्कि भारतीय एविएशन इंडस्ट्री के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है। H125 हेलीकॉप्टर की असेंबली भारत में होने से देश में कई तकनीकी कर्ता और कुशल श्रमिकों की आवश्यकता होगी। साथ ही, इसके जरिए भारत में निवेश और विकास की गति में भी तेजी आएगी।
सरकार ने भी इस प्रोजेक्ट में अपना समर्थन दिया है, जिससे कि भारतीय उद्योगों को दोहन करने का मौका मिलेगा। यह परियोजना भारतीय नागरिकता के साथ-साथ दुनिया भर में भारत की तकनीकी कुशलता को उजागर करने का भी एक अवसर है।
इस तरह के प्रोजेक्ट भारत की आर्थिक विकास की चार्टर बन सकते हैं, और एयरबस का यह साझेदारी भारत और फ्रांस के बीच लोगों से लोगों के संपर्क को भी मजबूत करेगी। हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में और भी ऐसे प्रयास किए जाएंगे, जिससे भारत एक अग्रणी एविएशन केंद्र बन सके।