EC ने Pravesh Verma के खिलाफ की कार्रवाई, Kejriwal ने उठाई थी शिकायत

EVM के उल्लंघन पर EC ने Pravesh Verma के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया, Arvind Kejriwal की शिकायत का असर.

दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर से हलचल मच गई है, जब चुनाव आयोग (EC) ने भाजपा नेता Pravesh Verma के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है। यह मामला तब सामने आया जब AAP के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal ने Verma पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया था। Kejriwal ने कहा कि Pravesh Verma ने चुनावी गतिविधियों के दौरान कई ऐसी टिप्पणियां की थीं, जो आचार संहिता के खिलाफ थीं।

ईसी ने इस मुद्दे की गंभीरता को समझते हुए मामले की जांच करने का निर्णय लिया और अब Verma के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएंगी। आयोग ने कहा है कि किसी भी नेता का आचार संहिता का उल्लंघन करना लोकतंत्र के लिए खतरनाक होता है। ऐसे में सभी नेताओं को चुनावी प्रक्रिया के दौरान संयमित रहना चाहिए।

Kejriwal ने अपनी शिकायत में कहा था कि Pravesh Verma की टिप्पणियों से सांप्रदायिकता को बढ़ावा मिल सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि Verma ने चुनावी मोड में अपने भाषण में तरह-तरह की बातें की हैं ताकि समाज में विभाजन पैदा किया जा सके। यह बात आयोग के ध्यान में आई और उन्होंने त्वरित कार्रवाई करने का निर्णय लिया।

Pravesh Verma ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य केवल अपने विचार और पार्टी की नीतियों को प्रस्तुत करना था। उन्होंने कहा कि राजनीति में इस तरह के बयानों को सामान्य माना जाना चाहिए और उन्हें चुनावी प्रक्रिया का हिस्सा माना जाना चाहिए।

लेकिन चुनाव आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और कहा है कि सभी नेताओं को अपनी भाषा और व्यवहार में सावधानी बरतनी चाहिए। यह चुनाव आयोग का कर्तव्य है कि वह निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करे और किसी भी प्रकार के आचार संहिता का उल्लंघन सहन नहीं किया जाएगा।

इस घटना ने फिर एक बार राजनीति में आचार संहिता के महत्व को उजागर किया है। जब बात चुनावों की होती है, तो नेताओं को चाहिए कि वे अपनी बात को विवेकपूर्ण और संयमित ढंग से रखें, ताकि वह आम जनता को सही संदेश दे सकें। अब देखना है कि EC द्वारा दिए गए निर्देशों पर Pravesh Verma का क्या प्रतिक्रिया होगी और यह घटना भविष्य में दिल्ली की राजनीति को कैसे प्रभावित करेगी।

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