दिल्ली IGI एयरपोर्ट पर महिला द्वारा 11 करोड़ की ड्रग्स की तस्करी का मामला
IGI एयरपोर्ट पर एक महिला ने कुकीज और चावल के पैकेट में छिपाकर 11 करोड़ की ड्रग्स लाई, जिसे कस्टम्स ने पकड़ा।
दिल्ली के IGI एयरपोर्ट पर एक महिला यात्री को 11 करोड़ रुपये की ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया है। इस महिला का नाम [महिला का नाम] है, जो नोएडा की रहने वाली है। कस्टम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उसने कुकीज़ और चावल के पैकेट में ड्रग्स छिपाकर भारत में ला रही थी। यह मामला न केवल एयरपोर्ट सुरक्षा की खामियों को दर्शाता है, बल्कि ड्रग्स के कारोबार में बढ़ते खतरे को भी उजागर करता है।
पिछले कुछ महीनों में भारत में ड्रग्स के मामलों में वृद्धि देखने को मिली है, और इस बार एक महिला द्वारा ऐसे साधारण दिखने वाले सामान में उच्च गुणवत्ता की ड्रग्स की तस्करी करने का प्रयास किया गया। एयरपोर्ट सुरक्षा के उत्पीड़न के चलते, कस्टम विभाग ने संदिग्ध सामान की जांच शुरू की, जिसके फलस्वरूप इस अपराधिक गतिविधि का पर्दाफाश हुआ।
विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "हमें महिला के सामान से कुछ भारी पैकेट मिले। जब हमने उनकी जांच की, तो पता चला कि वो कुकीज़ और चावल के पैकेट में छिपे हुए थे। अंदर की सामग्री ने हमें दंग कर दिया।" रिपोर्टों के अनुसार, महिला ने यह ड्रग्स विदेश से खरीदकर भारत लाने की योजना बनाई थी।
महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उसे आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए भेज दिया गया है। इस घटना ने एक बार फिर दिखा दिया है कि ड्रग्स की तस्करी में नवाचार के साथ लोगों की मानसिकता में बदलाव आ रहा है।
न सिर्फ यह घटना, बल्कि अन्य कई मामले भी ये बताते हैं कि तस्कर अब साधारण वस्तुओं का उपयोग कर ग्राहकों की आँखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रहे हैं। अद्यतन सूचनाओं के अनुसार, इस मामले में जुड़े अन्य लोगों की पहचान अभी की जानी बाकी है।
इस घटना की संपूर्ण जानकारी जांच एजेंसी द्वारा संकलित की जा रही है। आने वाले दिनों में जांच में और भी चीजें सामने आ सकती हैं। कस्टम विभाग ने वादा किया है कि वह ड्रग्स के इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। इससे स्पष्ट है कि ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहना पड़ेगा।
आशा है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए एयरपोर्ट पर सुरक्षा की प्रक्रियाओं को और मजबूती दी जाएगी। ड्रग्स का कारोबार समाज के लिए एक बड़ा खतरा है, और इससे निपटने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।