दिल्ली चुनाव 2025: केजरीवाल के खिलाफ संदीप दीक्षित का बड़ा कदम, कांग्रेस ने उतारे 21 उम्मीदवार
कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए 21 उम्मीदवारों की सूची जारी की। संदीप दीक्षित केजरीवाल के सामने होंगे।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों में कांग्रेस ने एक बड़ा कदम उठाया है। पार्टी ने हाल ही में 21 उम्मीदवारों की एक सूची जारी की है, जिसमें कई बड़े नाम शामिल हैं। इस सूची में संदीप दीक्षित, जो पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे हैं, का नाम सबसे चर्चित है। संदीप दीक्षित ने ऐलान किया कि वे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। यह मुकाबला राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) लगातार दिल्ली में अपनी पकड़ बनाए हुए है।
कांग्रेस ने माने हुए नेताओं को मैदान में उतार कर एक बार फिर से अपनी ताकत को साबित करने की कोशिश की है। इस बार की चुनावी रणनीति में कांग्रेस ने युवाओं को भी मौका दिया है, जिससे पार्टी को नई ऊर्जा मिल सके। पार्टी प्रवक्ता ने बताया कि ये उम्मीदवार विभिन्न क्षेत्रों से चुनकर लाए गए हैं, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य और स्थानीय मुद्दों पर काम करने का अनुभव है।
बता दें कि कांग्रेस की यह कोशिश 2015 के चुनावों में मिली हार के बाद से है। उस समय पार्टी को दिल्ली विधानसभा में एक भी सीट नहीं हासिल हुई थी। पिछले कुछ वर्षों में कांग्रेस ने केंद्र सरकार और आम आदमी पार्टी के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की है। अब, पार्टी को उम्मीद है कि नए उम्मीदवारों की मदद से वे सीटें वापस हासिल कर सकते हैं।
जबकि केजरीवाल ने अपनी सरकार के कामों में सुधार की बात करते हुए आम आदमी पार्टी के कामकाज का उल्लेख करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी ने दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम किए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि यह चुनाव न केवल राजनीतिक दलों के लिए, बल्कि दिल्ली की जनता के लिए भी एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा।
इन सभी घटनाक्रमों को देखते हुए आगामी दिल्ली चुनाव 2025 में राजनीतिक तापमान काफी बढ़ गया है। ऐसे में लोगों की प्रतिक्रियाएं भी काफी महत्वपूर्ण होंगी। क्या कांग्रेस इस बार अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने में सफल होगी, या फिर केजरीवाल का जादू बरकरार रहता है? यह देखना दिलचस्प होगा।
युवाओं, महिलाओं और विभिन्न वर्गों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने अपनी योजना बनाई है। 21 नामों में से हर एक का अपना एक अलग राजनैतिक इतिहास है और यह चुनावी मैदान में कितना प्रभाव डालेगा, यह देखना बाकी है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि दिल्ली का यह चुनाव 2025 का एक कठिन संघर्ष होगा।