दिल्ली बुक फेयर में धार्मिक, योग और बच्चों की कहानियों का जलवा
दिल्ली बुक फेयर में धार्मिक और बच्चों की किताबों ने दर्शकों का दिल जीत लिया, मेला प्रगति मैदान में रविवार तक आयोजित है।
दिल्ली बुक फेयर 2024 में इस बार धार्मिक, योग और बच्चों की कहानियों की किताबें दर्शकों की पहली पसंद बनी हैं। यह मेला प्रगति मैदान में रविवार तक चलने वाला है, और इस बार के विषयों ने सभी उम्र के पाठकों को आकर्षित किया है। खासतौर पर बच्चों के लिए जो कहानियाँ और चित्र पुस्तकें उपलब्ध हैं, उन्होंने छोटे बच्चों से लेकर युवाओं तक सभी का ध्यान खींचा है।
पुस्तक मेले में बुजुर्गों के लिए भी धार्मिक साहित्य का विशेष ध्यान रखा गया है। कई किताबों में योग की शिक्षा और ध्यान विधियों का भी समावेश है, जो आज के व्यस्त जीवन में मानसिक शांति के लिए बहुत जरूरी है। प्रमोटर्स ने ऐसे बुक स्टॉल्स स्थापित किए हैं, जहाँ पर लोग न केवल किताब खरीद सकते हैं, बल्कि विभिन्न कुकिंग क्लासेज, योगा सेशंस और बच्चों के लिए कहानी सुनाने वाले सत्रों में भी भाग ले सकते हैं।
इस मेले में हिस्सा लेने वाले प्रकाशकों ने अपने बेस्टसेलर्स के साथ-साथ नई किताबें भी प्रदर्शित की हैं। पाठकों की भीड़ यह दर्शाती है कि ये विषय कितने लोकप्रिय हो रहे हैं। खासतौर पर बच्चों की किताबें जैसे कि पशु-कथाएँ, कल्पना की कहानियाँ और सीखने वाली पुस्तकें युवाओं और छोटे बच्चों के बीच मजेदार बन गई हैं।
दिल्ली बुक फेयर में प्रदर्शित कई किताबें न केवल मनोरंजन करती हैं, बल्कि उनमें ज्ञान का भी भंडार है। मेले में आए पाठक किताबों की कीमतें देखकर ख़ुश दिखे और कई ने तो इसी बहाने अपनी पुरानी पसंदीदा किताबें भी वापस मंगवाईं।
कुल मिलाकर, दिल्ली बुक फेयर ने एक बेहतरीन प्लेटफार्म बनाया है, जहाँ सभी प्रकार के पाठकों के लिए कुछ न कुछ खास है। यह सिर्फ किताबों का मेला नहीं, बल्कि एक ऐसा कार्यक्रम है जहाँ लोग नए विचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं। यहाँ ना केवल किताबों की बिक्री होती है, बल्कि ये आयोजनों के माध्यम से लोगों को जोड़ने का एक जरिया भी बनता है।
इस बुक फेयर का महत्व और उसकी लोकप्रियता यह दर्शाती है कि लोग अब किताबों की ओर फिर से लौट रहे हैं और पढ़ाई की ओर उनकी रुचि बढ़ रही है। अगर आप भी किताबों के शौकीन हैं, तो इस बुक फेयर में भाग लेना ना भूलें।