भाजपा का जम्मू संभाग पर ज़ोर, राष्ट्रवाद बनेगा मुख्य मुद्दा

जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनावों में भाजपा का राष्ट्रवाद पर जोर रहने वाला है।

जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनावों में भाजपा ने अपनी रणनीति को स्पष्ट कर दिया है। पार्टी के उच्च नेताओं की हालिया बैठक में यह तय किया गया कि जम्मू संभाग पर ज़ोर दिया जाएगा। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बैठक में इस बात पर खास बात हुई कि चुनावों में राष्ट्रवाद को प्रमुख मुद्दा बनाया जाएगा।

भाजपा का मानना है कि जम्मू संभाग में राष्ट्रवादी भावनाएं मजबूत हैं और इन्हीं भावनाओं के जरिए वे वोटरों के दिलों में जगह बना सकते हैं। जम्मू संभाग में पिछले कुछ वर्षों में भाजपा की लोकप्रियता में वृद्धि हुई है, और अब पार्टी इसे एक महत्वपूर्ण टार्गेट के रूप में देख रही है।

भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, चुनावी कैंपेन के दौरान उन्हें जम्मू में विकास के मुद्दों पर भी जोर देना होगा। पार्टी का उद्देश्य है कि वे अपने कार्यकाल के दौरान किए गए विकास कार्यों को लोगों तक पहुंचाएं। इसके साथ ही, वे अन्य पार्टियों द्वारा फैलाए गए मंथन और अफवाहों का मुकाबला करेंगे।

भाजपा का जनसंपर्क विभाग अब विशेष ध्यान देगा कि कैसे वे स्थानीय मुद्दों को उठाकर और राष्ट्रवाद के मुद्दे को जोड़कर अधिकतम वोट हासिल कर सकते हैं। इसके लिए चुनावी सभाएं, रैलियां और सोशल मीडिया कैम्पेन का इस्तेमाल किया जाएगा।

उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता उन मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेंगे जो जम्मू क्षेत्र की संस्कृति, धर्म और भाषा की पहचान को लेकर हैं। उनका कहना है कि जम्मू की पहचान को बरकरार रखना और उसे राष्ट्रवाद के माध्यम से अलग रखना जरूरी है।

भाजपा की इस योजना ने जम्मू के राजनीतिक मैदान को गरम कर दिया है, और अब देखना होगा कि पार्टी इन रणनीतियों को कितनी सफलतापूर्वक लागू कर पाती है। विपक्षी दल भी इस रणनीति का सामना करने के लिए तैयार हैं और अब वह भी अपने एजेंडे को स्पष्ट करने में जुट गए हैं।

आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि जम्मू कश्मीर की राजनीतिक तापमान किस दिशा में जाता है। खुद भाजपा ने भी कहा है कि उन्हें इस बार तगड़ा प्रतिस्पर्धा मिलने वाला है, लेकिन उन पर भरोसा है कि राष्ट्रवाद और विकास के आधार पर वे एक बार फिर सत्ता में आएंगे।

अंत में, ये विधानसभा चुनाव केवल राजनीतिक चुनाव नहीं, बल्कि जम्मू कश्मीर की पहचान, संस्कृति और विकास के लिए भी अहम होंगे।

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