बेंगलुरु के मदरसे में छात्राओं को हिंसा का शिकार, पैरेंट्स ने लगाया गंभीर आरोप
बेंगलुरु के मदरसे में छात्राओं के साथ मारपीट की घटना ने उठाया सवाल, पैरेंट्स ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया।
बेंगलुरु के एक मदरसे में हाल ही में छात्राओं के खिलाफ हिंसा की एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यह मामला तब प्रकाश में आया जब मदरसे के अंदर की मारपीट का एक CCTV फुटेज वायरल हुआ। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे कुछ लोग छात्राओं के साथ बुरा व्यवहार कर रहे हैं।
पैरेंट्स का आरोप है कि यह सिर्फ मारपीट नहीं, बल्कि यौन उत्पीड़न का मामला भी है। छात्रों के माता-पिता ने कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि इस तरह की घटनाएं उनके बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास पर नकारात्मक असर डालती हैं।
स्थानीय प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना के बाद इलाके में डर का माहौल बना हुआ है। बाल संरक्षण अधिकारिता आयोग ने भी मामले में संज्ञान लिया है और जाँच टीम का गठन किया है। आयोग के अध्यक्ष का कहना है कि एजुकेशन इंस्टीट्यूशंस में इस प्रकार की हरकतें बेहद चिंताजनक हैं और यह समाज के लिए खतरा बन सकती हैं।
शिक्षा का अधिकार हर बच्चे का होता है, लेकिन जब ऐसी घटनाएं देखने को मिलती हैं, तो ऐसे में यह तय करना बहुत जरूरी हो जाता है कि बच्चों को एक सुरक्षित वातावरण मुहैया कराया जाए। पैरेंट्स अब आगे आकर इस मुद्दे को उठाने का फैसला ले रहे हैं और उन्होंने इस मदरसे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पैरेंट्स का कहना है कि अगर ऐसा ही चलता रहा, तो उन्हें अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर कई सवालों का सामना करना पड़ेगा। अधिकारी इस मामले को गंभीरता से लेकर उसे सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं। इस तरह की क्षति खेलने के बजाय, हमें एक सशक्त समाज की ओर बढ़ने की आवश्यकता है जहाँ बच्चों को पढाई के साथ-साथ उनकी सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखा जाए।
इस घटना ने मदरसे में चल रही व्यवस्थाओं पर भी सवाल उठाए हैं। समाज को अब जागरूक होने की जरूरत है, ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।