बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकी की गिरफ्तारी: एक और कदम आतंकवाद के खिलाफ
UP में गिरफ्तार बब्बर खालसा का आतंकी ISI से जुड़ा था, जर्मनी में अपने आकाओं के संपर्क में था।
हाल ही में उत्तर प्रदेश पुलिस ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के एक प्रमुख आतंकवादी को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई पंजाब पुलिस के साथ मिलकर की गई, जिसका मुख्य उद्देश्य इस संगठन के आतंकी नेटवर्क को खत्म करना है। गिरफ्तार आतंकवादी का नाम 'आदिल' बताया जा रहा है, जो ISI के संपर्क में था और जर्मनी में बैठे अपने आकाओं के निर्देशों पर काम कर रहा था।
इस तरह की गिरफ्तारियां हमें बताते हैं कि आतंकवादियों का नेटवर्क कितना मजबूत है। आदिल की गिरफ्तारी से यह साबित होता है कि सुरक्षा एजेंसियां इस तरह के राष्ट्रविरोधी तत्वों पर नज़र रखे हुए हैं। उसे लुधियाना और अमृतसर जैसे क्षेत्रों में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने का काम सौंपा गया था।
गिरफ्तारी के बाद जब आदिल से पूछताछ की गई, तो उसने कई अहम जानकारियां दी, जिससे यह साफ हुआ कि बब्बर खालसा इंटरनेशनल भारत में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ाने में जुटा है। सुरक्षा एजेंसियों ने पाया कि इस संगठन से जुड़े कुछ टेररिस्ट्स अब जर्मनी में बैठकर भारत में अपने मोहरों को संचालित कर रहे हैं। यह एक चिंताजनक स्थिति है, क्योंकि इससे न केवल भारत पर खतरा बढ़ता है, बल्कि इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी आतंकवाद फैलने की गुंजाइश बढ़ती है।
आदिल की गिरफ्तारी से यह भी पता चला है कि उसे फंडिंग ISI द्वारा की जा रही थी। ISI की भूमिका भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण रही है और इस मामले में भी उसकी कड़ी को उजागर किया गया। पुलिस ने बताया कि आदिल के पास से कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी जब्त की गई हैं, जिनसे आगे की जांच की जाएगी।
सुरक्षा एजेंसियों का ये कहना है कि वे आतंकवाद के खिलाफ अपने अभियान को जारी रखेंगे और किसी भी तरह के आतंकवादी नेटवर्क को खत्म करने की कोशिश में लगे हैं। यह आगे नहीं बढ़ाने दिया जाएगा।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, इस गिरफ्तारी से न केवल पंजाब, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में आतंकवाद के खिलाफ एक नया मोर्चा खुला है। सरकार इन गतिविधियों पर नज़र रखे हुए है और सभी सुरक्षा बल सक्रिय हैं। इस बात की भी संभावना है कि और भी आतंकियों की गिरफ्तारी जल्द हो सकती है।
सरकार एवं सुरक्षा एजेंसियों की यह तैयारी दर्शाती है कि वे आतंकवाद को समाप्त करने के लिए कितनी गंभीरता से काम कर रहे हैं। यह एक सकारात्मक संकेत है, जिससे आम जनता में विश्वास बढ़ेगा और देश में शांति एवं सुरक्षा बहाल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।