बाइडेन की सलाह: जेलेंस्की को सेना बढ़ाने के लिए उम्र घटाने का सुझाव

बाइडेन ने जेलेंस्की को सेना की संख्या बढ़ाने के लिए 18 साल की उम्र में भर्ती का सुझाव दिया।

हाल ही में, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की को सलाह दी है कि वे अपनी सेना को और मजबूत करने के लिए भर्ती की उम्र को 18 साल करने पर विचार करें। बाइडेन का मानना है कि इस कदम से यूक्रेन की रक्षा क्षमताओं में सुधार हो सकता है।

यूक्रेन के खिलाफ रूस द्वारा जारी युद्ध के बीच, यह सुझाव महत्वपूर्ण है। बाइडेन ने स्पष्ट किया है कि यूक्रेन को अधिक संसाधनों और सैनिकों की आवश्यकता है ताकि वे अपने देश की सीमाओं की रक्षा कर सकें। अगर यूक्रेन recruits को 18 साल की उम्र में भर्ती करना शुरू करता है, तो इससे उन्हें संभावित रूप से अधिक युवा और उत्साही सैनिक मिल सकेंगे, जो इस कठिन समय में देश की रक्षा में मदद कर सकते हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, बाइडेन ने सुझाव दिया कि अमेरिका यूक्रेन को बेहतर ट्रेनिंग और तकनीकी सहायता प्रदान करे, जिससे नई भर्ती को अधिक प्रभावी बनाया जा सके। यह सुझाव महत्वपूर्ण है क्योंकि कई देशों ने पहले ही अपनी सेना की उम्र को कम किया है ताकि वे अधिक युवाओं को अपने सैन्य बल में शामिल कर सकें।

इस सलाह पर चर्चा करते हुए, बाइडेन ने यह भी कहा कि जल्दी भर्ती शुरू करने से यूक्रेन को बुनियादी जरूरतें पूरी करने में मदद मिलेगी और साथ ही, इससे युवा लोगों को एक स्थायी करियर के विकल्प के रूप में सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित करने का भी मौका मिलेगा।

यूक्रेन में बढ़ती सेना की आवश्यकता को देखते हुए, यह एक समयानुकूल समाधान हो सकता है। इससे न केवल सेना की संख्या में वृद्धि होगी, बल्कि युवाओं में देशभक्ति की भावना भी मजबूत होगी। यह कदम उन्हें देश की सुरक्षा में योगदान करने के लिए एक मजबूर विकल्प देगा।

युद्ध के इस कठिन दौर में, युवा सैनिकों का योगदान काफी प्रभावशाली हो सकता है। वे नई तकनीक के साथ अधिक समय तक और प्रभावी रूप से लड़ाई में शामिल हो सकते हैं। इसके साथ ही, यदि भर्ती की उम्र को कम किया गया, तो यह संभावित नए सैनिकों को प्रेरणा देने का भी काम करेगा।

इस प्रकार, बाइडेन का यह सुझाव एक महत्वपूर्ण रणनीति हो सकता है जो यूक्रेन के समग्र सैन्य अभियान को न केवल मजबूत करेगा, बल्कि एक नई पीढ़ी के योद्धाओं को भी जन्म देगा।

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