बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में चार्जशीट में कई अनियमितताएँ, 29 आरोपी शामिल
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस की चार्जशीट में 29 आरोपी, 180 गवाह और अनियमितताएँ सामने आई हैं। क्या है इस विवाद की असल कहानी?
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में मुंबई पुलिस ने हाल ही में 4590 पन्नों की चार्जशीट पेश की है। इस चार्जशीट में 29 आरोपी, 4 मुख्य वजहें और 180 गवाह शामिल हैं। लेकिन इस मामले में कई ऐसी अनियमितताएँ भी सामने आई हैं जो सवाल उठाती हैं कि क्या सच में न्याय मिल पाएगा।
चार्जशीट के अनुसार, मर्डर की मुख्य वजहें गैंगवार, पुरानी दुश्मनी, पैसे का लेन-देन और आपसी रंजिश बताई गई हैं। जांच से पता चलता है कि इस मर्डर में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके साथी मुख्य आरोपी हैं। चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई को मास्टरमाइंड बताया गया है। लेकिन इस चार्जशीट में कई ऐसे पहलू भी हैं जो अधिकारियों की जांच प्रक्रिया पर सवाल उठाते हैं।
ज्यादातर गवाहों के बयान आपस में मेल नहीं खाते, जिसके चलते कई लोग मानते हैं कि जांच में कहीं न कहीं चूक हुई है। मुंबई पुलिस पर इस केस में संतोषजनक जांच नहीं करने के आरोप लगे हैं। सवाल ये उठता है कि क्या सब कुछ ठीक है या फिर न्याय की राह में कोई बाधा है?
इस मर्डर केस में एक और बड़ी चिंता यह है कि आरोपियों में से कई विस्तृत पहचान के बिना गैंगस्टर से जुड़े रहे हैं। इसके चलते कई जानकारों का मानना है कि इस केस में साक्ष्य और गवाहियों की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठते हैं। क्या गवाहों को डराया धमकाया गया है? क्या पुलिस ने किसी तरह का दबाव बनाने की कोशिश की है?
ताज़ा रिपोर्ट्स के अनुसार, मर्डर के बाद से अब तक कई बार पुलिस को गलत जानकारी मिली है और कई गवाह अपनी गवाही वापस लेने के लिए भी तैयार नहीं हैं। ऐसे में यह देखना बेहद महत्वपूर्ण होगा कि इस केस का अंत कैसे होता है। क्या मुंबई पुलिस इस केस में सुधार कर पाएगी या फिर यह केस भी समय के साथ भूला दिया जाएगा?
समाज के कई वर्ग इस केस पर नजर बनाए हुए हैं। क्या बाज़ार में चल रही अफवाहें उचित हैं? क्या इस मामले में सचाई की परतें धीरे-धीरे उघड़ेंगी? इन सभी सवालों के जवाब आगामी सुनवाई में खोजे जाएंगे, जिससे यह पता चलेगा कि न्याय मिलने में कितना समय लगता है।