अमित शाह का प्रहार: शरद पवार पर भ्रष्टाचार के आरोप
पुणे में एक बड़े आयोजन के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शरद पवार पर जोरदार हमले करते हुए कहा कि "देश में भ्रष्टाचार के सरगना शरद पवार हैं।" उन्होंने अपने बयान में यह भी कहा कि भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहरी हो चुकी हैं कि इन्हें उखाड़ना आसान नहीं होगा। उनका यह बयान बेशक राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर रहा है। शाह ने इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधा।
अमित शाह ने कहा कि पवार और उनके राजनीतिक सहयोगियों ने लोगों की भावनाओं के साथ खेला है। उन्होंने आम जनता को आश्वासन दिया कि भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ है और इसका खात्मा करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। उनका यह बयान उन घटनाओं के संदर्भ में आया जब शरद पवार की पार्टी, एनसीपी, भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी थी।
अमित शाह ने आगे बताया कि यह चुनाव 2024 का है और नागरिकों को यह समझना होगा कि उन्हें किसे चुनना है। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे को भली-भांति पहचानना होगा। ये वही नेता हैं जो सालों से महाराष्ट्र की राजनीति में भ्रष्टाचार फैलाते आ रहे हैं।" इस भाषण के दौरान उन्होंने भाजपाई कार्यकर्ताओं को यह भी प्रेरित किया कि वे सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों को आम जनता के बीच में ले जाएं।
पुणे में हुए इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री ने यह भी कहा कि भाजपा असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए बंधी हुई है। उनका कहना था कि भाजपा का लक्ष्य इस बार महज चुनाव जीतना नहीं, बल्कि एक मजबूत और भ्रष्टाचार रहित शासन बनाना है।
अमित शाह के इस भाषण ने न केवल भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश भरा, बल्कि विपक्षी दलों के बीच चल रही असमंजस की स्थिति को भी उजागर किया है। दो महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर बात करते हुए उन्होंने चुनावी रणनीति के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने पार्टी के स्टैंड को स्पष्ट किया। आगे देखते हैं कि इस बयान का राजनीतिक भविष्य पर क्या असर पड़ता है।