किश्तवाड़ आपदा: 65 मौतें और सैकड़ों लोग लापता, मुख्यमंत्री का चिसोटी गांव दौरा
किश्तवाड़ में बाढ़ से 65 लोगों की मौत, सैकड़ों लोग लापता हैं। CM उमर अब्दुल्ला कल चिसोटी गांव का दौरा करेंगे।
किश्तवाड़, जम्मू-कश्मीर में पिछले हफ्ते आई बाढ़ ने पूरे इलाके में तबाही मचा दी है। मौसम विभाग के अनुसार, यह आपदा बादल फटने की वजह से हुई थी, जिससे भारी बारिश और नदियों में उफान आया। रिपोर्ट्स के अनुसार, अब तक 65 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग लापता हैं, जिससे स्थानीय निवासियों में भारी चिंता का माहौल बना हुआ है।
यह बाढ़ इतनी गंभीर थी कि कई गांवों में जलभराव हो गया, और स्थानीय प्रशासन के लिए स्थिति को कंट्रोल करना बेहद मुश्किल हो गया। बचाव कार्य में लगे लोगों ने बताया कि उन्हें कई लोगों को खोजने में अभी भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ में बहे हुए लोगों के परिजन अब कई दिनों से अपने प्रियजनों की तलाश कर रहे हैं, लेकिन राहत कार्य में व्यवधान आ रहा है।
इस भयावह स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने का निर्णय लिया है। वे कल चिसोटी गांव पहुंचेंगे, जहाँ स्थिति बेहद खराब है। ऐसा माना जा रहा है कि सरकार जल्द ही राहत और पुनर्वास उपायों की घोषणा करेगी ताकि प्रभावित लोगों को आवश्यक सहायता मिल सके। मुख्यमंत्री ने अपनी टीम को निर्देश दिए हैं कि वे स्थिति का जल्द से जल्द जायजा लें और प्रभावितों की सहायता के लिए प्रभावी योजना बनाएं।
इसके अलावा, स्थानीय लोगों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, अभी भी कई लोग ऐसे हैं जिनकी कोई खबर नहीं मिली है। बचाव कार्य में जुटे एजेंसियों ने बताया कि वे निरंतर खोजबीन कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि लापता लोगों को जल्द ही सुरक्षित स्थानों पर लाया जा सकेगा।
किश्तवाड़ में आए इस प्राकृतिक संकट के कारण जानमाल की काफी हानि हुई है। ऐसे हालात में व्यवस्थाओं को ठीक करने और जरूरी राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। प्रशासन ने सभी विभागों को अलर्ट रखा है और हर संभव कोशिश की जा रही है कि लोग सुरक्षित रहें। इस बीच, प्रभावित क्षेत्रों में चल रही कोशिशों के बीच स्थानीय लोगों का सहयोग भी बहुत महत्वपूर्ण है।
सभी प्रशासनिक अधिकारी और बचाव दल लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। हम सभी को इस मुश्किल समय में एकजुट होकर मदद के लिए आगे आना होगा ताकि हम इस आपदा से जल्दी उबर सकें।