जोधपुर हादसे में 12 जनाज़े, सुनसान हुई बस्ती
जोधपुर में हुए सड़क हादसे ने 12 परिवारों को बर्बाद कर दिया, हर आंख में आंसू।
हाल ही में जोधपुर के पास एक भयानक सड़क हादसा हुआ, जिसमें 12 लोग अपनी जान गंवा बैठे। यह दुर्घटना पीली नदी के निकट हुई और इसने स्थानीय लोगों के दिलों को तोड़ दिया है। घटना की सूचना मिलने के बाद से ही पूरे इलाके में मातम छाया हुआ है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह सड़क बेहद व्यस्त रहती है और इस क्षेत्र में लगातार हादसों की खबरें आती रहती हैं। लेकिन इस बार की दुर्घटना ने तो सभी को चौंका दिया। सुबह 6 बजे के आस-पास एक तेज़ रफ्तार ट्रक ने एक ऑटो-रिक्शा को टक्कर मार दी, जिसमें 12 लोग सवार थे।
दुर्घटना के बाद, सभी पीड़ितों को पास के अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस भयानक हादसे के बाद परिवारों का रोना सुनाई दे रहा था, जबकि जनाज़े तैयार किए जा रहे थे। हर तरफ केवल विलाप सुनाई दे रहा था, "किसी ने सोचा नहीं था कि ऐसा भयानक दिन आएगा।"
स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए ट्रक के चालक को गिरफ्तार कर लिया। आयोग ने इस सड़क पर होने वाले दुर्घटनाओं के बढ़ते आंकड़ों पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इस समस्या की जांच की जानी चाहिए और सुरक्षा उपायों को एन्हांस किया जाना चाहिए।
इस घटना ने न केवल पीड़ित परिवारों को, बल्कि पूरे सामुदायिक को झकझोर दिया है। जले हुए घरों के सामने खड़े हुए लोग अपने अपनों को खोने का दुख बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। बस्ती में हर जगह शोक का माहौल है और सरसों के खेतों की हरियाली में भी एक काली छाया छा गई है।
इस हादसे के बाद, राज्य सरकार ने लोगों से सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने की अपील की है। "हम सभी को मिलकर इस समस्या का समाधान निकालना होगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं ना हों", एक स्थानीय नेता ने कहा।
रविवार की सुबह को 12 जनाज़ों को हाथों पर उठाना किसी के लिए भी आसान नहीं था। भावुकता का यह मंजर हमेशा याद रहेगा, जब बस्ती के लोग अपने प्रियजनों को अंतिम विदाई दे रहे थे। यह घटना उन सभी के लिए एक कड़ी चेतावनी है जो सड़क पर अक्सर लापरवाही बरतते हैं।
इस दुखद घटना ने न केवल प्रभावित परिवारों को, बल्कि पूरे राज्य को एक नई सोच की जरूरत का एहसास कराया है। लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है ताकि ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके।