गोपलगंज में ताजिया जुलूस के दौरान हिंसक झड़प, कई लोग घायल
गोपलगंज में ताजिया जुलूस में हुई हिंसक झड़प के बाद कई लोग घायल, हालात नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने किया लाठीचार्ज।
बिहार के गोपलगंज जिले में ताजिया जुलूस के दौरान दो पक्षों में हुई हिंसक झड़प ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। यह घटना उस वक्त हुई जब ताजिया का जुलूस शहर के विभिन्न हिस्सों से गुज़रा। झड़प के दौरान लाठी-डंडे और पत्थर चले, जिसके परिणामस्वरूप कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। दरअसल, दो समुदायों के बीच पुरानी दुश्मनी के चलते यह झड़प हुई, जो कि ताजिया के जुलूस के दौरान और बढ़ गई।
गोपलगंज के नागरिक प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दमकल व फायर ब्रिगेड के साथ-साथ भारी पुलिस बल को मौके पर भेजा। पुलिस ने लाठीचार्ज करके भीड़ को तितर-बितर किया, बाद में स्थिति को सामान्य करने के लिए इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हिंसा में जो लोग घायल हुए हैं, उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
एक स्थानीय सूत्र के अनुसार, यह झड़प तब शुरू हुई जब एक पक्ष ने जुलूस के दौरान दूसरे पक्ष के धार्मिक प्रतीकों के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां की। देखते ही देखते स्थिति ने हिंसक रूप ले लिया और दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए। झड़प के दौरान कई गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई।
स्थानीय निवासी इस बात से चिंतित हैं कि ऐसे घटनाक्रम से जिले में सामंजस्य बिगड़ सकता है। प्रशासन ने स्थिति को सामान्य बनाने के लिए कई वारदातों पर नजर रखी है, वहीं स्थानीय नेताओं ने सभी से शांति बनाए रखने और सद्भावना का संदेश फैलाने की अपील की है।
यह घटना ऐसे समय हुई है जब पूरे इलाके में त्योहार का माहौल था और ऐसे में ऐसीViolence किसी भी समुदाय के लिए सही नहीं है। इस तरह की हिंसा ना केवल कानून व्यवस्था के लिए खतरा है, बल्कि यह दोनों समुदायों के बीच के रिश्तों पर भी दाग लगाता है। ऐसे वक्त में जब देश में सांप्रदायिक सौहार्द की आवश्यकता है, इस तरह की घटनाएं चिंताजनक हैं।
उम्मीद की जानी चाहिए कि प्रशासन इस मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्यवाही करेगा और सभी समुदायों के बीच एक बार फिर से शांति स्थापित करेगा।