दिवाली 2025: महालक्ष्मी योग की अद्भुत संयोग
दिवाली पर 100 साल बाद वापसी हो रही है महालक्ष्मी योग की, जानें इस मौके का महत्व और लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त।
दिवाली 2025 का पर्व खास होने वाला है क्योंकि इस साल महालक्ष्मी योग का संयोग देखने को मिलेगा। यह योग 100 साल बाद बन रहा है, जो कि हर भक्त के लिए एक शुभ संकेत माना जा रहा है। दीवाली पर विभिन्न प्रकार की पूजा पाठ की जाती है जिसमें Goddess Lakshmi की आराधना विशेष महत्व रखती है। इस वर्ष, महालक्ष्मी योग के साथ लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त भी खास रहेगा।
महालक्ष्मी योग का महत्व
भारतीय पौराणिक कथाओं के अनुसार, दिवाली के दिन Goddess Lakshmi के आगमन का स्वागत किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि जब भी महालक्ष्मी योग बनता है, तब धन और समृद्धि में वृद्धि होती है। यह योग विशेषतः लक्ष्मी पूजन के दौरान अत्यधिक फलदायक होता है। इस बार, महालक्ष्मी योग के साथ लक्ष्मी पूजन करने का समय विशेष रूप से सुबह 6:30 से 8:30 बजे तक रहेगा। इस समय में पूजा करने से विधि विधान से सम्पन्न पूजा का फल दोगुना होता है।
लक्ष्मी पूजन की विधि
लक्ष्मी पूजन के दौरान भक्तों को चाहिए कि वे अपने घर को दीपों से सजाएं और लक्ष्मी माता की मूर्ति या चित्र का सुंदर तरीके से पूजन करें। इसके साथ ही, इस दिन घर के सभी सदस्यों को एक साथ बैठकर पूजा करने का प्रयास करना चाहिए। इस वर्ष विशेष ध्यान दें कि पूजा में शुद्धता का पालन करें, क्योंकि इसे भगवान की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने का उत्तम तरीका माना जाता है।
2025 की दिवाली को महालक्ष्मी योग के साथ मनाने का उद्देश्य है हर व्यक्ति को समृद्धि और खुशहाली का अनुभव कराना। यदि आप भी इस अवसर का लाभ उठाना चाहते हैं, तो अपने घर में पवित्रता और प्रेम का वातावरण बनाए रखें।
अपने सभी प्रियजनों के साथ इस महापर्व का आनंद लें और महालक्ष्मी से प्रार्थना करें कि वे आपके जीवन में सुख और समृद्धि लाएं।
आइए, इस दिवाली हम सब मिलकर लक्ष्मी माता का स्वागत करते हैं और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को और भी उज्ज्वल बनाते हैं।