दिल्ली विधानसभा के पहले सत्र में होने वाला है हंगामा!
दिल्ली विधानसभा का पहला सत्र 24 फरवरी से शुरू होने जा रहा है। जानें किन वजहों से यह सत्र होगा हंगामेदार।
दिल्ली की विधानसभा का पहला सत्र 24 फरवरी से शुरू होने वाला है और इस बार सभी की निगाहें इस सत्र पर टिकी हुई हैं। पिछले चुनावों के बाद इस सत्र का महत्व और भी बढ़ गया है, क्योंकि इसमें केंद्र द्वारा भेजी गई 14 लंबित CAG रिपोर्टें भी पेश की जाएंगी। यह रिपोर्टें दिल्ली सरकार के कामकाज और वित्तीय प्रबंधन पर चर्चा का विषय बन सकती हैं।
सत्र की शुरुआत के साथ ही शीतकालीन सत्र के दौरान उठे कई मुद्दे एक बार फिर से गरमाए जा सकते हैं। विपक्षी दलों ने पहले ही चेतावनी दी है कि यदि उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया गया तो उनका हंगामा होगा। आप पार्टी की तरफ से बताया गया है कि इन मुद्दों के प्रति उनका स्टैंड बिल्कुल स्पष्ट है और वह किसी भी तरह की हताशा या साजिश को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इस विधानसभा सत्र में प्रशासन और जनकल्याण के मुद्दे भी चर्चा का हिस्सा होंगे। शिक्षण संस्थानों में ढांचागत सुधार, स्वास्थ्य व्यवस्था, जल, बिजली और परिवहन सेवाएं, यह सब ऐसे मुद्दे हैं जिन पर हर कोई अपनी बात रखेगा।
आपको बताएं कि इस बार विधायक दल के नेता ने विधानसभा भवन में पहुंचने के अवसर पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि उन्हें विश्वास है कि सभी पक्ष पारस्परिक चर्चा में शामिल होंगे। यह लोकतंत्र का अभिन्न हिस्सा है। लेकिन विपक्षी दलों ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो वो जोरदार विरोध करेंगे।
इन सब के बीच, इस सत्र के दौरान बजट से संबंधित चर्चा भी होनी है, जो कि बड़ा मुद्दा है। 2025 के चुनाव से पहले बजट पर चर्चा से सरकार की योजनाओं की तस्वीर भी साफ हो जाएगी। लोग जानना चाहते हैं कि सरकार किस दिशा में बढ़ने वाली है।
एक बात तो तय है कि दिल्ली विधानसभा का यह सत्र निश्चित रूप से हंगामेदार होने वाला है। बिना किसी संदेह के, इस सत्र में कई मुद्दों पर सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिलेगी। अब सभी की नजरें 24 फरवरी के इस ऐतिहासिक सत्र पर रहेंगी। उम्मीद है कि यह सत्र लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति सम्मान प्रकट करेगा और सभी दल मुद्दों पर अपनी-अपनी बात रखते हुए किसी निष्कर्ष पर पहुंचेंगे।