बिहार में ताजिया जुलूस के दौरान हुई हिंसा ने फैलाई दहशत

बिहार में ताजिया जुलूस के दौरान दो पक्षों के बीच हिंसक भिड़ंत, कई लोग हुए जख्मी, स्थिति नियंत्रण में लाने में पुलिस ने की तत्‍परता।

बिहार के गोपालगंज में ताजिया जुलूस के दौरान दो पक्षों के बीच हिंसक भिड़ंत की घटना ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है। यह घटना उस समय हुई जब ताजिया जुलूस निकाला जा रहा था और अचानक दोनों पक्षों के बीच किसी बात को लेकर झड़प शुरू हो गई। यह झड़प इतनी तीव्र हो गई कि लाठी-डंडों और पत्थरों का इस्तेमाल किया जाने लगा। इस दौरान कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन तुरंत मौके पर पहुंचा और स्थिति को संभालने की कोशिश की।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ताजिया जुलूस का आयोजन धूमधाम से किया जा रहा था और लोग धार्मिक भावनाओं के साथ शामिल हुए थे। लेकिन कुछ ही समय बाद, अचानक झगड़ा शुरू हो गया। भीड़ में मची अफरा-तफरी के कारण लोग भागने लगे और बाजार में भगदड़ मच गई। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कई बार लाठीचार्ज भी किया। इसके अलावा, स्थिति को संभालने के लिए पुलिस बल को और अधिक तैनात किया गया।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह झड़प दो समुदायों के बीच पुरानी तनातनी की वजह से हुई है, और यह घटना धार्मिक आस्था के मौके पर एक नया मोड़ ले गई। परंतु पुलिस ने संयम बनाते हुए मोर्चा संभाला और लोगों को घरों में लौटने के लिए समझाने लगी। कई जख्मियों को स्थानीय अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है।

महिलाएं और बच्चे भी इस घटना से अत्यंत डरे हुए हैं और माता-पिता अपने बच्चों को बाहर नहीं जाने दे रहे हैं। प्रशासन ने अपील की है कि लोग सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने से बचें और शांति बनाए रखें। ताजिया जुलूस को सुरक्षा के मद्देनजर आगे भी शांतिपूर्ण तरीके से जारी रखने का आश्वासन दिया गया है।

ऐसी संवेदनशील परिस्थितियों में स्थानीय प्रशासन ने समझदारी दिखाई और स्थिति को सामान्य करने का प्रयास किया। लेकिन, यह घटना एक बार फिर यह दर्शाती है कि धार्मिक अवसरों पर भी असामाजिक तत्वों की मौजूदगी कई बार अशांति पैदा कर सकती है। आने वाले समय में यह देखना होगा कि प्रशासन किस तरह से स्थिति को संभालता है और लोगों में आपसी भाईचारा कैसे स्थापित किया जाता है।

गौरतलब है कि बिहार में कई बार ऐसी घटनाएं घट चुकी हैं, और इनसे निपटने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।

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