अयोध्या में 2100 आर्चकों के साथ होगी सामूहिक आरती, बनेगा नया वर्ल्ड रिकॉर्ड
अयोध्या में सरयू घाट पर 2100 आर्चकों की सामूहिक आरती से गूंजेगी रामनगरी, दुनिया का नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनने की तैयारी।
अयोध्या में एक बार फिर आस्था और धर्म का अनोखा नजारा देखने को मिलेगा। आने वाली 26 अक्टूबर को सरयू घाट पर 2100 आर्चकों द्वारा सामूहिक आरती का आयोजन किया जाएगा। इस इवेंट का मुख्य उद्देश्य न केवल धार्मिक अनुष्ठान करना है, बल्कि यह एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस इवेंट में भाग लेने वाले आर्चक अलग-अलग स्थानों से आएंगे। इस आयोजन के लिए तैयारी जोरों पर है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस आयोजन के प्रति अपनी सहमति जताई है और उम्मीद जताई है कि यह एक यादगार पल बनेगा। हर साल दिवाली के त्योहार के दौरान अयोध्या में बड़े पैमाने पर दीप जलाने का कार्य किया जाता है, इस बार यह आयोजन उससे भी विशेष होगा।
आयोजकों का कहना है कि इस सामूहिक आरती के द्वारा न केवल धार्मिक भावना को मजबूत किया जाएगा, बल्कि लोगों को एकजुट करने और भारतीय संस्कृति के प्रति गर्व महसूस करने का एक अवसर भी प्रदान किया जाएगा। अयोध्या को भगवान राम की जन्मभूमि माना जाता है, और यहां होने वाली हर गतिविधि का एक विशेष धार्मिक महत्व होता है।
2100 आर्चकों के साथ सामूहिक आरती की तैयारी अत्यधिक भव्यता से की जा रही है। आर्चक विशेष रूप से प्रशिक्षित होंगे ताकि यह आरती सही तरीके से की जा सके। सभी आर्चकों को एक निश्चित संख्या में दीप जलाने और मंत्र पढ़ने के लिए निर्देशित किया जाएगा।
इस इवेंट का आयोजन सरयू नदी के किनारे होगा, जहां विशाल जनसैलाब के जुटने की उम्मीद है। समस्त दर्शकों को इस सामूहिक आरती का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया गया है। यह अवसर न केवल धार्मिक होने के साथ-साथ सामाजिक भी होगा।
इस इवेंट में शामिल होने वाले सभी आर्चकों को एक टी-शर्ट भी प्रदान की जाएगी, जिस पर इस कार्यक्रम का लोगो होगा। इसके अलावा, समारोह के समापन पर सभी आर्चकों को विशेष प्रशंसा पत्र दिए जाएंगे।
इस प्रकार का धार्मिक आयोजन अयोध्या की पहचान को और भी मजबूत बनाएगा और दर्शकों को एक साथ लाने का कार्य करेगा। प्रत्येक व्यक्ति इस महान पल का गवाह बन सकेगा। अयोध्या में सामूहिक आरती का यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि एक सामाजिक मुहिम के रूप में भी देखा जा रहा है।