अनंत सिंह के दुश्मनों की लंबी लिस्ट: सूरजभान और राजन तिवारी का गुट
जानिए कैसे सूरजभान, राजन तिवारी और टाल का गुट बने अनंत सिंह के दुश्मन।
बिहार के मोतीहारी में चल रही गैंगवार ने एक बार फिर से ध्यान आकर्षित किया है। अनंत सिंह, जो कि एक प्रमुख राजनेता हैं, के दुश्मनों की लिस्ट में हाल ही में सूरजभान, राजन तिवारी और सोनू-मोनू जैसे कई नाम जुड़ गए हैं। इन सभी गैंग्स के बीच माफिया स्टाइल की तरह चल रहे इस संघर्ष ने क्षेत्र में न केवल अपराध को बढ़ावा दिया है, बल्कि लोगों के बीच डर का माहौल भी पैदा किया है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, अनंत सिंह के खिलाफ जो गैंग्स सक्रिय हैं, उनमें टाल का गुट भी शामिल है जो कि इन दिनों काफी चर्चित हो रहा है। टाल गैंग के लोग अक्सर अनंत सिंह के समर्थकों को धमकी देते हुए नजर आते हैं। इस गैंगवार का मुख्य कारण क्षेत्र में सत्ता की लड़ाई और आसपास के व्यवसाय पर कब्जा पाने की होड़ है।
सूरजभान और राजन तिवारी जैसे लोग बस एक ही लक्ष्य के लिए काम कर रहे हैं—अनंत सिंह को कमजोर करना। इनकी मंशा अपने राक्षसी कृत्यों के माध्यम से अनंत सिंह के प्रभाव को कम करना है। जानकारों का कहना है कि इस गैंगवार का दूसरा पहलू भी है। दरअसल, यह लड़ाई सिर्फ पॉवर की नहीं है, बल्कि इसमें पैसों का खेल भी शामिल है।
मौजूदा समय में बिहार की सत्ता में कुछ अदृश्य ताकतों का हाथ है, जो इस गुटबाजी को और भी भड़का रही हैं। प्रशासन के खिलाफ खड़े होकर इन गैंग्स ने अपनी ताकत को साबित किया है। अनंत सिंह ने अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों में अपने समर्थकों की संख्या बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिससे उन्हें इस लड़ाई में आगे रहने का मौका मिला है।
इस गैंगवार की निरंतरता में नए चेहरे भी सामने आ रहे हैं, जिनमें सोनू-मोनू का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। इन व्यक्तियों का अनंत सिंह के खिलाफ कई योजनाएं बनाना और उन पर अमल करना क्षेत्र में एक नई त्रासदी को जन्म दे सकता है।
बिहार की राजनीति में ये घटनाएँ आम लोगों के लिए एक चेतावनी है। क्या अनंत सिंह अपने दुश्मनों की इस लंबी लिस्ट को काबू में कर पाएंगे? या ये गैंग्स उन्हें हराना सफल होंगे? निश्चित तौर पर यह समय ही बताएगा।