संबल की मस्जिद में भगवान की मूर्तियों का सच: फैक्ट चेक
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें दावा किया गया था कि उत्तर प्रदेश के संभल की एक मस्जिद के अंदर भगवान शिवलिंग और हनुमान की मूर्तियां पाई गई हैं। इस वीडियो ने धार्मिक समुदायों के बीच काफी विवाद पैदा कर दिया है। लोग इसे एक अनूठी खोज मानकर इसे लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। लेकिन क्या वाकई ये मूर्तियां मस्जिद के अंदर मिली थी? आइए इस पर एक नजर डालते हैं।
फैक्ट चेक के अनुसार, यह वीडियो झूठा है। कई पत्रकारों और वेरिफिकेशन साइट्स ने इस वीडियो की जाँच की और पाया कि यह जानकारी पूरी तरह से मनगढ़ंत है। असलियत ये है कि यह कथित मूर्तियों का वीडियो एक अलग जगह का था और उसे गलत संदर्भ में पेश किया गया। जांच में पता चला कि ये म्यूजियम से संबंधित हैं, जहाँ पहले से स्थापित धार्मिक मूर्तियों का झूठा दावा किया गया।
इस तरह के मामले देश में पहले भी होते रहे हैं जहाँ धार्मिक भावनाओं को भड़काने के उद्देश्य से फर्जी समाचार फैलाए जाते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ऐसी कम्युनिटी और ग्रुप्स होते हैं जो गलत जानकारी को तेजी से फैलाते हैं। इसलिए ज़रूरी है कि हम किसी भी सूचना को बिना जांचे-परखे आगे न बढ़ाएं।
संबल की इस घटना पर जब स्थानीय प्रशासन से जानकारी ली गई तो उन्होंने भी इस सूचना को नकारा किया और कहा कि ऐसी कोई भी खोज नहीं हुई है। प्रशासनिक अधिकारीयों ने कहा कि यह एक गलत सूचना है और ऐसा कुछ भी मस्जिद से नहीं मिला।
हम सभी को अपने समाज में ऐसे अफवाहों को बढ़ाने के बजाय सच को फैलाने का काम करना चाहिए। दवाइयां की तरह, हमें गलत सुचनाओं से बचकर रहना चाहिए। इससे हम सभी के धार्मिक और सामाजिक संबंध भी सुधरेंगे।
आखिरकार हम सब एक ही देश में रहते हैं। हमें एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए और झूठी जानकारियों से बचकर रहना चाहिए ताकि हमारे बीच की शांति और सामंजस्य बना रहे।
इसलिए, भविष्य में ऐसी किसी भी मामले पर ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि हम सही जानकारी से ही आगे बढ़ें।