सलमान रुश्दी पर हमले के आरोपी को मिला दोषी ठहराने का फैसला
हाल ही में, लेखक सलमान रुश्दी पर किए गए जानलेवा हमले के आरोपी, हadi Matar, को एक कोर्ट द्वारा दोषी ठहराया गया। यह घटना अगस्त 2022 में हुई थी, जब रुश्दी न्यू यॉर्क के एक कार्यक्रम में बोलने आए थे। मतर ने उन पर चाकू से हमला किया था, जिससे न केवल रुश्दी को गंभीर चोटें आईं, बल्कि उनकी एक आंख की रोशनी भी चली गई।
कोर्ट के फैसले के बाद, इस घटना ने साहित्यिक जगत में एक बार फिर से चर्चा का विषय बना दिया है। सलमान रुश्दी का नाम जब भी आता है, तो उनके लेखन के साथ-साथ विभिन्न धार्मिक और राजनीतिक विवाद भी सामने आते हैं। रुश्दी की मशहूर किताब 'The Satanic Verses' के कारण उन्हें पिछले कई दशकों से खतरे का सामना करना पड़ा है।
मतर पर हमले का आरोप था कि उसने जान-बूझकर रुश्दी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। कोर्ट में सुनवाई के दौरान, सबूत और गवाहों के बयान प्रस्तुत किए गए, जिससे यह साबित हुआ कि मतर का इरादा बेहद गंभीर था। जज ने इसे एक प्रीप्लान्ड अटैक माना, जिसमें मतर को जानबूझकर रुश्दी को निशाना बनाना था।
इस हमले के बाद सलमान रुश्दी की सेहत की स्थिति को लेकर चिंताएं बढ़ गई थीं। उनके समर्थक और चाहने वाले इस बात से बहुत दुखी थे कि एक लेखक की अपनी कलम के माध्यम से स्वतंत्रता से बात करने की क्षमता को हमला कर छीन लिया गया। रुश्दी ने बयान दिया है कि वह इस हमले से डरने के बजाय और मजबूत बने रहेंगे।
इस मामले ने न केवल साहित्यिक समुदाय को झकझोर दिया, बल्कि यह एक बार फिर यह भी दर्शाता है कि स्वतंत्रता और लेखन के अधिकार को लेकर कौन से ख़तरे अभी भी बरकरार हैं। होना यह चाहिए कि हम ऐसे हमलों के खिलाफ एकजुटता दिखाएं, ताकि लेखक सुरक्षित महसूस कर सकें।
रुश्दी के साथ हुई इस घटना ने यह महत्वपूर्ण संदेश दिया है कि लेखक की आवाज का मूल्य कितना बड़ा है। और हम सभी को इसकी रक्षा के लिए खड़ा होना चाहिए। इस मामले ने यह भी दर्शाया कि पूर्वाग्रह और असहमति का समाधान हिंसा नहीं है, बल्कि संवाद और समझ ही है।