RJD के नेता मदन शाह का 25 सीटों का श्राप हुआ सच: टिकट कटने पर किया था हंगामा

बिहार की राजनीति में कुछ घटनाएं ऐसी होती हैं जो चर्चा का विषय बन जाती हैं। हाल ही में राजद (RJD) के नेता मदन शाह ने टिकट न मिलने पर जो हंगामा किया था, वह अब एक सच बनकर उभरा है। मदन शाह ने टिकट कटने के बाद जमीन पर लेट कर रोते हुए अपनी पार्टी RJD को 25 सीटों का श्राप दिया था, और अब उनका यह श्राप सच साबित होता दिख रहा है।

मदन शाह का यह हंगामा पिछले चुनावों के समय हुआ था। उन्होंने दावा किया था कि पार्टी यदि 25 से कम सीटों पर भी जीतती है, तो यह सब उनकी बददुआ का परिणाम होगा। उनकी चिंता थी कि पार्टी के भीतर चल रहे अंतर्कलह और टिकट वितरण में असंतोष का नतीजा खराब होगा। हालिया चुनावों में RJD की स्थिति भी इस बात को दोहराती है कि शायद इसका असर देखने को मिला है।

RJD के साथ ही, अन्य राजनीतिक दलों ने भी इस विषय पर प्रतिक्रिया दी है। कई दलों ने मदन शाह की भविष्यवाणी को मजाक में लिया और इसे केवल एक भावनात्मक प्रतिक्रिया बताया। लेकिन मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि यह केवल मदन शाह की व्यक्तिगत भावना नहीं थी, बल्कि कई कार्यकर्ता भी इसी मुद्दे से दुखी थे।

मदन शाह के अनुसार, उनका श्राप केवल उनकी व्यक्तिगत भावना नहीं थी, बल्कि यह एक गहरी चिंता का परिणाम था, जो उन्होंने पार्टी के लिए महसूस की थी। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि पार्टी इस स्थिति में पहुँच जाएगी।

राजनीति में व्यक्तिगत भावनाएं और घटाये अक्सर मुख्य मुद्दों का हिस्सा बनते हैं। मदन शाह का यह हंगामा न केवल उनकी व्यक्तिगत दुख को दर्शाता है, बल्कि यह उस सामूहिक भावना को भी प्रकट करता है जो पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच फैली हुई है।

इस घटना ने बिहार राजनीति में एक बार फिर यह संकेत दिया है कि कार्यकर्ताओं के मनोबल को कितना ध्यान में रखा जाता है। अगले चुनावों में ये बातें महत्वपूर्ण होंगी, और देखना यह है कि पार्टियाँ कैसे इन मुद्दों को संभालने का प्रयास करेंगी। अगर आगामी चुनाव में राजद को फिर से 25 सीटों से कम का सामना करना पड़ता है, तो शायद यह मदन शाह का श्राप ही माना जाएगा।