पंजाब CM भगवंत मान को पेरिस ओलिंपिक की अनुमति नहीं मिली

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को पेरिस में होने वाले ओलिंपिक 2024 में जाने की अनुमति नहीं मिली। उन्होंने इस बात का जिक्र करते हुए कहा कि यह सब पीएम मोदी के कारण हो रहा है, जिन्‍हें लगता है कि वह विदेश नहीं जा पाएंगे। मान ने साफ कहा कि उनका ओलिंपिक का दौरा पंजाब की हॉकी टीम के लिए एक अवसर था, लेकिन उन्‍हें अनुमति नहीं मिल पाई।

इसके पीछे विदेश मंत्रालय का तर्क था कि सीएम भगवंत मान ने अनुमति के लिए आवेदन करने में देरी की। यह स्थिति उन्‍हें निराश कर रही है, क्‍योंकि देश की हॉकी टीम ने ओलिंपिक में भाग लेने के लिए कड़ी मेहनत की है। भगवंत मान का कहना है कि इस दौरे से पंजाब की पहचान और खेल प्रतिभा को बढ़ावा मिलता, जो अब संभव नहीं हुआ।

मान ने पीएम मोदी पर आरोप लगाया कि उन्‍हें राजनीति से प्रेरित होकर रोकने का प्रयास किया गया है। उन्‍होंने कहा, "अगर मुझे मौका मिलता, तो मैं पंजाब की हॉकी टीम को सर्वश्रेष्‍ठ बनाने के लिए पूरी कोशिश करता। लेकिन अब ऐसा लगता है कि मुझे कोई मौका ही नहीं दिया गया।"

इस व्‍यापारिक दौरे के दौरान मानों ने मीडिया के सामने बोर्ड के सामने अपनी बात रखी। उन्‍होंने महसूस किया कि यह उनके लिए एक बहुत बड़ा मौका था और उन्‍हें निराशा का सामना करना पड़ा। इस बारे में आम आदमी पार्टी ने भी आपत्ति जताई है।

आपातकालीन नेताओं और खेल प्रबंधन ने कहा है कि विदेश मंत्रालय को इस स्थिति पर पुनर्विचार करना चाहिए और सीएम को तुरंत अनुमति देनी चाहिए। खेल मंत्रालय का कहना है कि यह एक अंतर्राष्ट्रीय घटना है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।

इस मामले में अब सियासी बवाल भी बढ़ गया है। एAP और भाजपा के बीच तकरार शुरू हो गई है। ऐसा लगता है कि यह मामला न केवल पंजाब में, बल्कि देश स्तर पर भी एक बड़ा मुद्दा बन सकता है।

इस बायसे से यह भी स्पष्ट होता है कि खेल और राजनीति का आपस में कितना घालमेल है। आशा है कि भविष्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो, ताकि हमारे खिलाड़ी अपने देश का नाम रोशन कर सकें।