नसरल्लाह का अंतिम संस्कार: खामेनेई का संबोधन और इजरायल की नजरें

हाल ही में हुए हिज़्बुल्ला के नेता हसन नसरल्लाह के अंतिम संस्कार ने एक बार फिर से मध्य पूर्व की राजनीति को गर्मा दिया है। उनका निधन इजरायली मिसाइल हमले के बाद हुआ, जिसने पूरे क्षेत्र में तनाव को बढ़ा दिया। नसरल्लाह के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में समर्थकों ने हिस्सा लिया, जहां ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई ने एक भावुक संबोधन दिया।

खामेनेई ने इस मौके पर नसरल्लाह की वीरता और नेतृत्व की सराहना की, जिसके कारण हिज़्बुल्ला ने इजरायल के खिलाफ कई महत्वपूर्ण सफलताएं प्राप्त कीं। उन्होंने यह भी कहा कि नसरल्लाह की कमी का एहसास हमेशा रहेगा, लेकिन उनका विज़न और आदर्श हमेशा उनकी पार्टी और समर्थन करने वालों के लिए प्रेरणा स्रोत रहेगा। खामेनेई ने इजरायल को चेतावनी दी और कहा कि उनके खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।

इस बीच, इजरायल की नजरें न केवल इस समारोह पर बल्कि आगामी "फ्राइडे प्लान" पर भी हैं, जिसे इजरायल ने अपनी सुरक्षा को मजबूत करने के लिए तैयार किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि नसरल्लाह के निधन के बाद इजरायली सरकार अब हिज़्बुल्ला की कमजोरियों का फायदा उठाने के लिए तैयार है।

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि इस मौके पर उन्हें अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि नसरल्लाह का अंत उनके संगठन के लिए एक बड़ा झटका है, लेकिन इसके लिए इजरायल को कोई भी कदम उठाने में सतर्क रहना होगा।

मध्य पूर्व में स्थिति फिर से तनावग्रस्त हो रही है, और नसरल्लाह के अंतिम संस्कार के बाद खामेनेई का संबोधन इस बात का संकेत है कि ईरान हिज़्बुल्ला के समर्थन में खड़ा रहेगा। यह एक नई राजनीतिक वास्तविकता को भी दर्शाता है, जिससे इजरायल के लिए संभावित खतरे बढ़ जाते हैं।

जैसे-जैसे स्थिति विकसित होती है, दुनिया की निगाहें इस क्षेत्र पर टिकी रहेंगी, और राजनीतिक सरकारी फैसले तथा सामरिक गतिविधियों पर बारीकी से ध्यान दिया जाएगा। यह सभी घटनाक्रम इस बात का संकेत करते हैं कि निकट भविष्य में मध्य पूर्व में नई चुनौतियाँ सामने आएँगी।