नेपाल से दिल्ली जा रही 10 करोड़ की ड्रग्स, पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई

हाल ही में गोपलगंज पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 करोड़ रुपये की हैशिश बरामद की है। ये ड्रग्स नेपाल से दिल्ली की ओर भेजी जा रही थी और इसे एक स्विफ्ट कार में छिपाकर रखा गया था। इस खबर ने एक बार फिर से दरवाजा खोला है उन कारोबारियों के लिए जो ड्रग्स के अवैध परिवहन में लगे हुए हैं।

पुलिस के अनुसार, कार की कीमत सिर्फ 8 लाख रुपये थी, लेकिन उसके अंदर रखी गई बेशकीमती सामग्री की कीमत इस कार के मूल्य से 1250 गुना अधिक थी। इस मामले में दो संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिनकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। इस जगह पर पुलिस ने चेकिंग अभियान के तहत स्विफ्ट कार को रोका और उसमें से यह बड़े पैमाने पर छिपी हुई ड्रग्स बरामद की।

गोपलगंज पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ये ड्रग्स नेपाल के एक बड़े सप्लायर द्वारा भेजी गई थी, जो भारत में बेची जाने वाली थी। ड्रग्स की बरामदगी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि नेपाल से भारत में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी एक गंभीर समस्या है। खासकर बिहार जैसे राज्य में, जहां ऐसे मामलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

पुलिस ने इसकी सूचना अन्य एजेंसियों को भी दी है ताकि मामले की गंभीरता का सही आकलन किया जा सके। पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें ताकि ऐसे व्यापारियों को पकड़ा जा सके और मादक पदार्थों के अवैध कारोबार पर रोक लगाई जा सके।

यह पहला मामला नहीं है जब गोपलगंज पुलिस ने इस तरह की बड़ी मात्रा में मादक पदार्थों को पकड़ा है। पिछले कुछ महीनों में भी इस तरह की कार्रवाईयों में वृद्धि देखी गई है। इस मामले ने प्रवर्तन एजेंसियों के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती पेश की है, जिसके चलते उन्हें इस समस्या का समाधान खोजना होगा।

इस घटना ने यह भी दिखाया है कि अवैध ड्रग्स के कारोबार में संलिप्त लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं। उन्हें लोगों की जान, समाज और कानून की परवाह नहीं है। ऐसे में राज्य और केंद्र सरकार के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन को इस समस्या से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।

अब देखना यह होगा कि इस मामले को लेकर आगे और क्या कार्रवाई होती है और क्या पुलिस इस अवैध नेटवर्क को तोड़ने में सफल होती है।