मणिपुर में उपद्रवियों ने SP ऑफिस पर फेंके पेट्रोल बम, कई पुलिसकर्मी घायल
मणिपुर के कांगपोकपी जिले से एक गंभीर प्रशासनिक संकट की खबर आई है, जहां उपद्रवियों ने पुलिस अधीक्षक (SP) के ऑफिस पर हमला किया। इस हमले में उपद्रवियों ने पेट्रोल बम फेंके और पुलिस पर पथराव किया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। यह घटना उस समय हुई जब स्थानीय नागरिकों का एक समूह SP कार्यालय के बाहर इकट्ठा हो गया था, और इसके पीछे की वजह पिछले दिनों हुई हिंसक घटनाओं का प्रतिशोध बताया जा रहा है।
सेकेंडरी रेस्पॉन्स टीम और स्थानीय प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए परेशान भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया। हालांकि, स्थिति अनियंत्रित हो गई और उपद्रवियों ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया। खबरों के अनुसार, इस हमले में कई पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें आई हैं।
मणिपुर में पिछले कुछ हफ्तों से स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है। अलग-अलग समुदायों के बीच बढ़ती हुई हिंसा ने प्रशासन को चिंतित कर दिया है। कई नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस बढ़ती हुई हिंसा की निंदा की है और इसे जल्द से जल्द नियंत्रित करने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
स्थानीय पुलिस ने हालात को और बिगड़ने से रोकने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी है। साथ ही, जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें और किसी भी प्रकार की उग्रता में शामिल न हों। इन सबके बीच, मणिपुर के शिक्षा मंत्री ने भी इस घटना की निंदा की और कहा कि प्रशासन दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।
पश्चिमी मणिपुर के कई क्षेत्रों में अभी भी इंटरनेट बंद कर दिया गया है ताकि और कोई हिंसा न हो सके। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। इस घटना ने आसपास के क्षेत्रों में भी एक डर का माहौल बना दिया है, और नागरिकों ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है।
जनता का मानना है कि प्रशासन को इस समस्या की जड़ में जाकर इसका हल निकालना होगा। मौजूदा हालात को देखते हुए फौरन कार्रवाई आवश्यक है ताकि भविष्य में ऐसी हिंसक घटनाओं से बचा जा सके। मणिपुर में पिछले कुछ समय से लगातार जारी तनाव और हिंसा ने सभी को चिंता में डाल दिया है।
इस घटना का न केवल मणिपुर बल्कि पूरे उत्तर-पूर्वी भारत पर प्रभाव पड़ेगा, और इसे नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों को जल्दी कदम उठाने होंगे।