महिलाओं के आरक्षण पर ममता का बड़ा बयान, NDA सरकार पर अखिलेश का हमला

कोलकाता में टीएमसी की वार्षिक शहीद दिवस रैली में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है। ममता ने कहा कि बीजेपी सरकार महिलाओं को आरक्षण देने में असफल रही है। यह बयान तब आया जब ममता बनर्जी ने रैली में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देते हुए उनकी शक्ति और महत्व को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि राजनीति में महिलाओं का होना बेहद जरूरी है, और उनके अधिकारों को सुनिश्चित करना चाहिए।

इस रैली में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी उपस्थित थे। उन्होंने भी ममता बनर्जी के विचारों का समर्थन करते हुए कहा कि NDA सरकार जल्द गिरने वाली है। उनका कहना था कि यह सरकार अपने वादों को पूरा करने में असफल रही हैं और जनता अब निराश हो चुकी है।

रैली को संबोधित करते हुए ममता ने कहा कि "महिलाओं को सशक्त बनाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। हम सभी जानते हैं कि बीजेपी ने चुनावी वादे किए थे, पर उन्होंने केवल महिलाओं के अधिकारों को नजरअंदाज किया।"

अखिलेश यादव ने इस बात को भी रेखांकित किया कि बीजेपी ने महिलाओं को आरक्षण के मुद्दे पर कब तक खेला है। उन्होंने कहा, "जब हम सत्ता में आएंगे, हम इस मुद्दे को प्राथमिकता देंगे।" उनके शब्दों में स्पष्ट था कि वह महिलाओं के अधिकारों की रक्षा का अपना वादा निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

टीएमसी की इस रैली में एक नया जोश देखने को मिला, जहां बंगाल और उत्तर प्रदेश की राजनीति का जिक्र हावी रहा। ममता और अखिलेश की एकजुटता ने संभावित राजनीतिक समीकरणों को भी उभारा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह गठबंधन आगामी चुनावों में कितना प्रभावी रहेगा। दोनों नेता लगातार बीजेपी सरकार के खिलाफ एकजुट होने के संकेत दे रहे हैं, जिससे आगे चलकर एक नया राजनीतिक माहौल बन सकता है।

इस रैली में मिली एकजुटता ने दिखाया कि राज्य का भविष्य किस दिशा में जा रहा है, खासकर जब बात महिलाओं के अधिकारों की हो। ममता का यह बयान महिला सशक्तिकरण को लेकर एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, जो महिलाओं की शुरुआती आवाज़ों को और मजबूत करेगा।

हलांकि, चुनावी राजनीति में अभी बहुत कुछ हो सकता है। लेकिन यह स्पष्ट है कि ममता और अखिलेश का एकजुट होकर आगे बढ़ना आगामी संघर्षों में एक नई ऊर्जा का संचार करेगा।