लोहड़ी समारोह में प्रधानमंत्री मोदी का खास दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल लोहड़ी का त्यौहार नारायणा गांव में मनाया। उन्होंने वहां पहुँचकर स्थानीय लोगों के साथ इस पावन अवसर का आनंद लिया। इस समारोह में पीएम ने न केवल लोहड़ी के महत्व पर प्रकाश डाला, बल्कि उन्होंने सभी लोगों को शुभकामनाएं भी दी। मोदी ने कहा कि इस तरह के त्योहार हमें एकजुट करते हैं और हम सभी को मिली-जुली संस्कृति को मनाने की प्रेरणा देते हैं।

लोहड़ी एक ऐसा पर्व है जो मुख्य रूप से उत्तर भारत में मनाया जाता है। यह त्यौहार मुख्यत: फसल के कटने की ख़ुशी में मनाया जाता है। जैसे ही दिन लंबे होते हैं, किसान अपने फसल की कटाई के बाद उस खुशी को मनाने के लिए अग्नि प्रज्वलित करते हैं और उसके चारों ओर नाचते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस परंपरा को जीते जागते उदाहरण के रूप में पेश किया। उनके इस दौरे से गांव वालों में खासा उत्साह देखने को मिला।

पीएम मोदी ने समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा, "लोहड़ी का त्यौहार न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह सामाजिक एकता का प्रतीक भी है। हमें अपनी संस्कृति को संजोकर रखना चाहिए।" उनके संबोधन में यह संदेश भी था कि हमें हमारे त्योहारों के पीछे छिपे मूल्यों को समझना चाहिए।

मोदी ने सभा से कहा कि देश और राज्य में अनेकों विकास योजनाएं चल रही हैं, और लोहड़ी जैसे अवसर पर हमें यह याद रखना चाहिए कि ये योजनाएं हमारे समाज के हर वर्ग के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने विशेषकर युवा पीढ़ी से अपील की कि वे अपने सांस्कृतिक धरोहर को समझें और उसे आगे बढ़ाने का प्रयास करें।

नारायणा गांव में पीएम मोदी का यह दौरा एक खास अहमियत रखता है। यहाँ की समाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल होकर उन्होंने लोगों को प्रेरित किया कि वे अपनी जड़ों के साथ जुड़े रहें। ऐसे पर्व हमें अपनी संस्कृति का अनुभव कराते हैं और हमें एकता के सूत्र में बांधते हैं।

इस लोहड़ी पर मोदी के इस दौरे के माध्यम से एक नई उमंग और जोश का संचार हुआ है। स्थानीय लोगों ने उनके स्वागत में खुशी का इज़हार किया और आस-पास के इलाकों में भी इस विशेष अवसर का जश्न मनाने के लिए लोगों में गर्मजोशी देखी गई।

इस तरह, प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वे ना केवल राजनीतिक संदर्भ में बल्कि सांस्कृतिक संदर्भों में भी लोगों के दिलों में जगह रखते हैं।