कोलकाता की चौंकाने वाली घटना: 7 महीने की बच्ची से रेप के दोषी को फांसी की सजा

कोलकाता में हाल ही में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक 7 महीने की बच्ची के साथ अनैतिकता की गई। बच्चों के खिलाफ अपराधों के लिए बनी POCSO कोर्ट ने इस मामले में एक त्वरित सुनवाई करते हुए महज 76 दिन में दोषी को मौत की सजा सुनाई। ये सजा न सिर्फ न्याय का प्रतीक है, बल्कि समाज के प्रति एक बड़ा संदेश भी है कि बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों को बख्शा नहीं जाएगा।

इस मामले में घटना तब हुई जब बच्ची अपनी मां के पास थी। आरोपी ने इस निर्दोष बच्ची के साथ ऐसा घिनौना कृत्य किया, जो कि हम सभी के लिए चौंकाने वाला है। बच्ची की मां ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया। कोर्ट ने तेजी से सुनवाई करते हुए सबूतों के आधार पर आरोपी को दोषी ठहराया।

समाज के लिए यह मामला एक चेतावनी की तरह है। ऐसी घटनाएं न केवल पीड़ित के लिए बल्कि उसके परिवार और समाज के लिए भी दुखदायी होती हैं। आरोपी को फांसी की सजा सुनाने का निर्णय यह दर्शाता है कि न्याय की प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है ताकि ऐसे अपराधियों को कठोर सजा दी जा सके। यह फैसला एक उम्मीद बनाता है कि समाज में इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।

इस घटना के बाद, स्थानीय नागरिकों में आक्रोश है और वे इस तरह के अपराधों के खिलाफ बोलने को मजबूर हो रहे हैं। कई इवेंट्स और प्रोटेस्ट ऑर्गनाइज किए जा रहे हैं, जिसमें लोग सुरक्षा और बच्चों के अधिकारों की बात कर रहे हैं।

इस दर्दनाक घटना से यह स्पष्ट है कि हमें अपने बच्चों को एक सुरक्षित माहौल देने के लिए मिलकर काम करना होगा। समाज के हर वर्ग को इस दिशा में जिम्मेदारी उठानी होगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

POCSO एक्ट के तहत जो भी केस आते हैं, उन पर गंभीरता से ध्यान दिया जाना चाहिए और त्वरित न्याय की प्रक्रिया को सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। यह घटना उन सभी के लिए एक सबक है, जो कानून को अपने हाथ में लेने का प्रयास करते हैं। हमें मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि बच्चों के खिलाफ होने वाले सभी अपराधों को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं।