किसान फिर से दिल्ली कूच के लिए तैयार, नोएडा बॉर्डर्स पर थम गया ट्रैफिक

दिल्ली की ओर एक बार फिर किसान आंदोलन की लहर चलने वाली है। पिछले कुछ सप्ताहों से किसान दिल्ली में अपनी मांगों को लेकर आवाज उठा रहे हैं। अब किसान फिर से एकजुट होकर दिल्ली कूच करने की योजना बना रहे हैं। इस बार ये किसान नोएडा से सटे सभी बॉर्डर पर पहुंच चुके हैं और वहां पर बैरिकेडिंग लगाई जा रही है।

किसानों का एक बड़ा समूह दिल्ली में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहता है ताकि उनके मुद्दों को सरकार तक पहुंचाया जा सके। इस कूच की तैयारी में किसान सभी आवश्यक सामग्री इकट्ठा कर रहे हैं और अपने-अपने स्थानों से निकलने की योजना बना रहे हैं। कुछ स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, किसानों के समूह ने सभी प्रमुख हाईवे और सड़कों का चयन किया है ताकि वे बिना किसी रुकावट के दिल्ली पहुंच सकें।

नोएडा बॉर्डर पर बढ़ती बैरिकेडिंग के चलते वहां ट्रैफिक प्रभावित हो गया है। ट्रैफिक पुलिस ने नोएडा से दिल्ली आने वाले सभी यात्रियों से अपील की है कि वे इन रास्तों से बचें। इससे पहले के आंदोलनों की अचानक बढ़ती गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने अपने स्तर पर हरसंभव उपाय किए हैं। यही वजह है कि नोएडा के बॉर्डर्स पर विशेष सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।

किसानों के इस आंदोलन की खास बात यह है कि ये नए कानूनों के खिलाफ भी आवाज उठा रहे हैं और अपनी मांगों को सरकार के सामने रखने के लिए एकजुट हो रहे हैं। किसान संगठनों का कहना है कि पिछले आंदोलनों की तरह यह बार भी शांतिपूर्ण रहेगा। हालांकि, सुरक्षा को लेकर प्रशासन सतर्क है और ऐसे में स्थिति की गंभीरता को देखते हुए फ्लैग मीटिंग कर ली गई है।

यातायात को सुचारू रूप से चलाना और किसानों के हक की रक्षा करना प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन चुकी है। किसान संगठनों ने साफ कहा है कि उनका लक्ष्य केवल अपने अधिकारों को प्राप्त करना है, न कि किसी भी प्रकार का हिंसा या अराजकता फैलाना।

इस बार किसान अपने संगठन को और मजबूत किए हुए हैं और सरकार से मांग कर रहे हैं कि उनकी आवाज सुनी जाए। किसानों के इस आंदोलन को देखते हुए, ये स्पष्ट है कि आगामी दिनों में दिल्ली के चारों ओर एक बार फिर ये हलचल बढ़ने वाली है। सभी को प्रशासन द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन करना चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो।