कांग्रेस का आरोप: अमित शाह से जुड़े वीडियो शेयर करने पर नोटिस का सामना
हाल ही में कांग्रेस पार्टी ने एक गंभीर आरोप लगाया है कि उनके कई नेताओं को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) से नोटिस मिला है। यह नोटिस तब जारी किया गया जब नेताओं ने अमित शाह से जुड़े एक वीडियो को शेयर किया। कांग्रेस का कहना है कि यह कदम राजनीतिक दमन का हिस्सा है और इस तरह की कार्रवाई उनके अधिकारों का उल्लंघन करती है।
वीडियो जिसे साझा किया गया है, उसमें अमित शाह के कुछ विवादास्पद बयान शामिल हैं। कांग्रेस का कहना है कि यह वीडियो राजनीतिक संवाद का हिस्सा है और इसका साझा किया जाना सही है। हालांकि, X की नीतियों के अनुसार, प्लेटफॉर्म पर कुछ प्रकार के सामाग्री को साझा करने पर प्रतिबंध हो सकता है, विशेष रूप से यदि वह किसी व्यक्ति या संस्था की छवि को प्रभावित करती है। इसके बावजूद, कांग्रेस ने यह दावा किया है कि यह नोटिस उन्हें चुप कराने की कोशिश के तौर पर आया है।
कांग्रेस के प्रवक्ता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जब पार्टी के नेता अपनी आवाज उठाते हैं तो उन्हें इस तरह के नोटिस मिलना हैरान करने वाला है। उन्होंने आगे कहा कि अगर सरकार के खिलाफ बोलना अब गलत है, तो यह लोकतंत्र को खतरे में डालने वाला कदम है। पार्टी के नेताओं का यह भी कहना है कि यह नोटिस निजता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन है।
कांग्रेस के इन आरोपों का राजनीतिक माहौल पर क्या असर पड़ेगा, यह देखना दिलचस्प होगा। कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के मुद्दे लोगों के बीच जनभावना को उत्तेजित कर सकते हैं और आगामी चुनावों में उनके लिए एक बड़ा मुद्दा बन सकते हैं।
अभी तक X से इस मामले में कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है। लेकिन इस विवाद ने उपयोगकर्ताओं के बीच चर्चा को तेज कर दिया है और यह सवाल उठाया है कि क्या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को ऐसे मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।
कांग्रेस के नेताओं के लिए यह एक संवेदनशील मुद्दा है, खासकर तब जब चुनावों में केवल कुछ ही महीने बचे हैं। यह देखना होगा कि क्या पार्टी अपने सदस्यों को इस मामले पर और अधिक स्पष्टता देने के लिए आगे बढ़ेगी और क्या अन्य राजनीतिक दल भी इस मुद्दे को अपनी रणनीतियों में शामिल करेंगे।