जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन का निधन, पूरे बिहार में शोक की लहर

जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व विधायक राजीव रंजन का निधन हाल ही में दिल्ली में हो गया। उनके निधन से बिहार की राजनीतिक दुनिया में एक बड़ा शोक छा गया है। राजीव रंजन को उनके लोग हरियाली से भरे विचारों और सीधी बात करने की उनकी शैली के लिए जानते थे। उनका जाना सिर्फ जेडीयू नहीं, बल्कि बिहार की राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति है।

राजीव रंजन, जिन्हें उनके राजनीतिक करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करने का अवसर मिला, ने अपनी मेहनत और मेहनत के बल पर एक खास पहचान बनाई। उनका संपर्क न सिर्फ बिहार के नेताओं से था, बल्कि देश के राजनीति के पटल पर भी उनके विचारों की गहरी छाप थी। उनकी बातों में हमेशा एक सच्चाई होती थी, जिसकी वजह से जनता उनके प्रति विश्वास रखती थी।

दिल्ली में निधन के बाद कई नेता उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जिनके साथ राजीव रंजन ने कई वर्षों तक काम किया, ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। नीतीश कुमार ने कहा कि राजीव जी का जीवन उस राजनीति का प्रतीक था जिसमें उन्होंने हमेशा जनता के हित की बात की।

राजीव रंजन के निधन से जेडीयू का कार्यकाल प्रभावित होगा, क्योंकि उन्होंने पार्टी की कई महत्वपूर्ण नीतियों को आकार देने में प्रमुख भूमिका निभाई थी। उनके निधन से पार्टी को एक मजबूत आवाज की कमी खलेगी।

उनकी विरासत उनके विचारों में जीने वालों के रूप में जीवित रहेगी। उनका अदम्य उत्साह और जनता के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा के लिए हम उन्हें हमेशा याद करेंगे।

राजीव रंजन के परिवार के सदस्यों और करीबी दोस्तों के लिए यह समय कठिन है, और सभी से प्रार्थना की जाती है कि वे इस कठिनाई में धैर्य बनाए रखें। उनके साथ बिताए गए हर पल को याद करते हुए, हम उनके योगदान को सलाम करते हैं। आने वाले समय में राजीव जी की याद में कोई आयोजन हो तो जरूर उनके योगदान को याद किया जाए।

आशा है कि राजीव रंजन की विचारधारा और कार्य जनता के बीच जीवित रहेंगे और नई पीढ़ी को प्रेरित करेंगे।