गुड़गांव में पूर्व सैनिक का खतरनाक कांड: पत्नी और सास को AK-47 से मारा, फिर आत्महत्या

पंजाब के गुरदासपुर में एक पूर्व सैनिक ने अपने परिवार में ऐसा कांड अंजाम दिया है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। सुरक्षा बलों के एक पूर्व सदस्य ने अपनी पत्नी और सास की जान ले ली। यह घटना रविवार को हुई जब आरोपी ने अपने घर में AK-47 राइफल का इस्तेमाल करके इस दिल दहला देने वाले अपराध को अंजाम दिया। बाद में आरोपी ने खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली।

स्थानीय पुलिस के अनुसार, पूर्व सैनिक का नाम वीरेंद्र सिंह था और उसकी उम्र लगभग 40 वर्ष है। जानकारी के अनुसार, वीरेंद्र और उसकी पत्नी के बीच अक्सर झगड़े होते थे, जिससे उनका पारिवारिक जीवन परेशानी में था। बताया जा रहा है कि वीरेंद्र ने रविवार को सुबह-सुबह ये खतरनाक कदम उठाया।

जहां उसकी पत्नी, जो कि अपने माता-पिता के साथ रह रही थी, को उसने AK-47 से गोलियां मारकर हत्या की, वहीं उसकी सास भी नहीं बच पाई। यह घटना तब हुई जब उसकी सास घर में मौजूद थी। हत्या के बाद वीरेंद्र ने खुद को भी गोली मार ली, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह सब कुछ चंद मिनटों में हुआ, जिससे किसी को समझने का मौका तक नहीं मिला।

पुलिस ने कहा कि वीरेंद्र के खिलाफ घरेलू हिंसा और मानसिक तनाव के मामले पहले भी दर्ज थे, लेकिन इस बार उसने अपनी पत्नी और सास को मौत के घाट उतारने का अकल्पनीय कदम उठाया। इस वारदात ने पूरे क्षेत्र में खौफ फैला दिया है।

स्थानीय लोग और रिश्तेदार इस घटना से स्तब्ध हैं। उन्होंने कहा कि वीरेंद्र हमेशा से शांत रहने वाला इंसान था और किसी से भी झगड़ा नहीं करता था। लेकिन, अचानक से इस तरह का व्यवहार और खतरनाक कदम उठाना, लोगों के लिए समझना मुश्किल हो रहा है।

पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। मामले की जांच जारी है, ताकि यह समझा जा सके कि वीरेंद्र को इस तरह के क्रूर अपराध तक पहुंचाने में क्या वजह रही। इस घटना ने एक बार फिर से घरेलू हिंसा और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या को उजागर किया है, जिसे और गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।

हम सभी को ये समझने की जरूरत है कि पारिवारिक झगड़ों को इस तरह से सुलझाना किसी भी प्रकार से सही नहीं है। ऐसे मामलों में परिवारों को आपसी बातचीत और सलाह-मशवरे की आवश्यकता होती है ताकि आगे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

हमें उम्मीद है कि आगे की जांच से यह पता चलेगा कि वीरेंद्र के लिए क्या चीजें इतनी तनावपूर्ण थीं कि उसने ऐसा भीषण कदम उठाया।